चुकंदर में इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ाने वाले पोषक तत्व होते हैं। यह ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है और सूजन को कम करता है। डायबिटीज के मरीज इसे सलाद, जूस या भुने हुए रूप में खा सकते हैं। हालांकि, इसका अधिक सेवन एलर्जी या किडनी स्टोन का कारण बन सकता है।
ब्लड शुगर नियंत्रण में चुकंदर की भूमिका
कार्बोहाइड्रेट के अवशोषण को धीमा करना:
चुकंदर में फाइबर होता है जो कार्बोहाइड्रेट को धीरे-धीरे अवशोषित करता है, जिससे ब्लड शुगर के अचानक बढ़ने का खतरा कम होता है।
इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार:
यह सूजन को कम करने और इंसुलिन की कार्यक्षमता को बेहतर बनाने में सहायक है।
मधुमेह विरोधी प्रभाव:
चुकंदर में बायोएक्टिव यौगिक होते हैं जो इंसुलिन उत्पादन को बढ़ाते हैं और ब्लड शुगर को स्थिर रखते हैं।
चुकंदर खाने के तरीके
कच्चा चुकंदर: इसे सलाद में कद्दूकस कर खाएं।
चुकंदर जूस: सीमित मात्रा में इसका ताजा जूस पिएं।
भुना हुआ चुकंदर: नाश्ते में चुकंदर को भूनकर खाएं।
सूप और सैंडविच: चुकंदर का सूप बनाएं या इसे सैंडविच में शामिल करें।
सावधानियां
चुकंदर में ऑक्सालेट की मात्रा अधिक होती है, जो अधिक सेवन करने पर एलर्जी या किडनी स्टोन का कारण बन सकती है। इसके अलावा, इसमें कार्बोहाइड्रेट भी होता है, इसलिए डायबिटीज मरीजों को इसकी मात्रा का ध्यान रखना चाहिए।
डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य जानकारी के लिए है। स्वास्थ्य संबंधी किसी भी बदलाव से पहले डॉक्टर से सलाह लें।