PATNA NEWS - नशीली सुई से बिहार के नौजवान हो रहे एड्स से संक्रमित, समाज के लिए यह खतरनाक : डॉ. दिवाकर तेजस्वी

PATNA NEWS - बिहार में नशीले सुई का इस्तेमाल करने के कारण युवा तेजी से HIV का शिकार हो रहे हैं। प्रसिद्ध डॉक्टर दिवाकर तेजस्वी ने बताया कि इसकी रोकथाम के लिए समाजिक स्तर पर जागरुकता अभियान और तेज करने की जरुरत है।

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PATNA - रोटरी क्लब ऑफ कंकड़बाग और रोटरी क्लब ऑफ पटना के संयुक्त तत्वावधान में स्थानीय रोटरी भवन में एड्स जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता ’पहल’ के चिकित्सा निदेशक एवं रोटरी क्लब के पूर्व अध्यक्ष डॉ. दिवाकर तेजस्वी थे।

डॉ तेजस्वी ने एच.आई.वी./एड्स के प्रति जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर बल देते हुए बताया कि पटना में युवा नशे की सुई के प्रभाव में आ रहे हैं, जिससे वे एड्स जैसी गंभीर बीमारी से संक्रमित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसे खतरनाक बताया और इस समस्या से निपटने के लिए सामाजिक और सामुदायिक स्तर पर जागरूकता अभियानों को तेज करना आवश्यक है।

दिवाकर तेजस्वी ने बताया कैसे होता है एड्स

डॉ तेजस्वी ने एच.आई.वी./एड्स के कारण, लक्षण एवं बचाव के उपाय के बारे में बताया कि सुरक्षित यौन संबंध बनाएं, सुई, सिरिंज को कभी साझा न करें, केवल प्रमाणित ब्लड बैंक से एच.आई.वी मुक्त रक्त का ही उपयोग करें, एच.आई.वी पॉजिटिव गर्भवती महिला को संक्रमण को बच्चे तक पहुंचने से रोकने के लिए उचित उपचार कराएं, सुनिश्चित करें कि चिकित्सा उपकरण जैसे सुई, सर्जिकल औजार आदि सही तरीके से स्टरलाइज्ड हैं।

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एचआईवी का इलाज उपलब्ध

उन्होंने बताया कि एचआईवी. का कारगर इलाज उपलब्ध है जिससे रक्त में एड्स के वायरस को शून्य किया जा सकता है जिसके उपरांत एड्स से संक्रमित व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति को संक्रमित नहीं कर सकते है। 

एड्स से संक्रमित दम्पती भी चिकित्सीय देख-रेख में दवाओं के सेवन के साथ एच.आई.वी. से मुक्त स्वस्थ्य बच्चे को जन्म दे सकते हैं। एच.आई.वी. रोकथाम के लिए दवाओं का उपयोग करें   (PrEp~ और PEP)- एच.आई.वी. संक्रमण के जोखिम वाले लोगों के लिए प्री.एक्सपोजर प्रोफिलैक्सिस (PrEP) का उपयोग प्रभावी हो सकता है, एक्सपोजर के बाद प्रोफिलैक्सिस (PEP)  को 72 घंटे के भीतर लेना चाहिये।  

इस अवसर पर बड़ी संख्या में रोटेरियन उपस्थित थे। सभी ने एड्स से बचाव और इससे जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने के लिए इस प्रकार के आयोजनों को बढ़ावा देने की आवश्यकता जताई।