मांझी के 'सेटिंग' वाले बयान पर राजद का पलटवार: विधायक राहुल कुमार ने चुनाव आयोग से की जांच की मांग

बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में 'सेटिंग' के आरोपों वाले जीतन राम मांझी के बयान पर राजद विधायक राहुल कुमार ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने चुनाव आयोग से मामले की निष्पक्ष जांच और सत्यता न होने पर कार्रवाई की मांग की है।

मांझी के 'सेटिंग' वाले बयान पर राजद का पलटवार: विधायक राहुल

jahanabad - राजद विधायक राहुल कुमार ने केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के बयान को बेहद गंभीर बताया है। उन्होंने कहा कि अगर मांझी की बातों में सच्चाई है, तो चुनाव आयोग को तुरंत इस पर संज्ञान लेना चाहिए। राहुल कुमार ने आगे कहा कि यदि यह बयान गलत है, तो चुनाव आयोग को मांझी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करनी चाहिए, क्योंकि यह चुनावी प्रक्रिया की निष्पक्षता पर बड़ा सवाल है। 

एआई (AI) एडिटेड वीडियो के दावे की हो जांच

राहुल कुमार ने मांझी द्वारा वीडियो को 'एआई एडिटेड' बताए जाने पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इस पहलू की भी गहराई से जांच होनी चाहिए कि क्या वाकई वीडियो से छेड़छाड़ हुई है या यह केवल बचाव का एक तरीका है। उन्होंने चुनाव आयोग से इस पूरे मामले पर एक 'श्वेत पत्र' (White Paper) जारी करने की मांग की ताकि जनता के सामने असलियत आ सके। 

मांझी और उनके बेटे के रसूख पर उठाए सवाल

विधायक ने याद दिलाया कि जीतन राम मांझी केंद्र में मंत्री हैं और उनके पुत्र बिहार सरकार में मंत्री के पद पर आसीन हैं। इतने महत्वपूर्ण पदों पर बैठे व्यक्तियों द्वारा इस तरह के आरोप लगाना या उनके नाम पर ऐसे बयानों का आना राजनीति के लिए चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि चाहे 2020 का चुनाव हो या वर्तमान समय, हर पहलू पर निष्पक्ष जांच जरूरी है। 

चुनाव गणित पर राहुल कुमार का तर्क

जहानाबाद से राजद विधायक राहुल कुमार ने चुनावी आंकड़ों का जिक्र करते हुए कहा कि जब हम चुनाव के गणित (मैथमेटिक्स) को जोड़ते हैं, तो आंकड़े मेल नहीं खाते। उन्होंने कहा कि हालांकि जनता के सहयोग से वे चुनाव जीत गए, लेकिन जिस तरह की कड़ी टक्कर (Tussel) देखी गई, वह कई तरह के संदेह पैदा करती है। मांझी का बयान अब उन आशंकाओं को और बल दे रहा है। 

बिहार की सियासत में गरमाया 'वोट चोरी' का मुद्दा

मांझी के बयान के बाद से ही 'वोट चोरी' और चुनावी धांधली के आरोपों को नई हवा मिल गई है। राहुल कुमार के अनुसार, एक केंद्रीय मंत्री का ऐसा बयान चुनावी प्रणाली की साख को प्रभावित करता है। अब देखना यह होगा कि चुनाव आयोग इस पर क्या कदम उठाता है और सत्ता पक्ष इस पर क्या सफाई देता है।

क्या कहा था जीतन राम मांझी ने 

दरअसल, केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वे कथित तौर पर 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में चुनावी नतीजों को प्रभावित करने या 'सेटिंग' की बात करते हुए सुने गए थे।  वायरल वीडियो में मांझी मगही भाषा में यह कहते हुए सुनाई दिए कि 2020 के चुनाव में टिकारी सीट से उनके उम्मीदवार अनिल कुमार करीब 2,700 वोटों से पीछे चल रहे थे। मांझी के अनुसार, उम्मीदवार ने उनसे 'उपाय' पूछा तो उन्होंने प्रयास किया और वे चुनाव जीत गए।

  •  उन्होंने कथित तौर पर गया के तत्कालीन कलेक्टर (डीएम) अभिषेक सिंह का नाम लेते हुए कहा कि अधिकारी ने उन्हें फोन करके बताया था कि वे जीत गए हैं। मांझी ने कहा कि इस बार (2025 चुनाव) भी उनके उम्मीदवार केवल 1,600 वोटों से पीछे थे, लेकिन इस बार उम्मीदवार ने उनसे संपर्क नहीं किया और हार मानकर घर चले गए। उन्होंने कहा कि अगर इस बार भी उम्मीदवार ने उनसे कहा होता, तो परिणाम कुछ और हो सकता था।

  • रिपोर्ट - विक्रमादित्य, जहानाबाद