Bihar Vidhansabha Chunav 2025: कटिहार में तारकिशोर प्रसाद ने किया नामांकन, मंदिरों में पूजा के साथ शुरू की चुनावी यात्रा

Bihar Vidhansabha Chunav : 2025:सातों विधानसभा सीटों पर नामांकन की गहमागहमी के बीच, पूर्व उपमुख्यमंत्री व भाजपा प्रत्याशी तार किशोर प्रसाद ने आज नामांकन दाखिल किया।....

Bihar Vidhansabha Chunav 2025: कटिहार में  तारकिशोर प्रसाद न
तारकिशोर प्रसाद ने किया नामांकन - फोटो : SHYAM

KATIHAR : कटिहार में शनिवार का दिन राजनीतिक रूप से बेहद अहम रहा। जिले की सातों विधानसभा सीटों पर नामांकन की गहमागहमी के बीच, पूर्व उपमुख्यमंत्री व भाजपा प्रत्याशी तार किशोर प्रसाद ने आज नामांकन दाखिल किया। नामांकन से पहले उन्होंने मिचाईबाड़ी सर्वमंगला सार्वजनिक दुर्गा मंदिर समेत शहर के कई मंदिरों में पूजा-अर्चना की। यह दृश्य न केवल उनकी पारंपरिक आस्था का प्रदर्शन था, बल्कि चुनावी माहौल में ‘धार्मिक प्रतीकवाद’ और राजनीतिक संदेश’ दोनों को साधने की कोशिश भी।

महागठबंधन की ओर से अब तक कटिहार सीट पर प्रत्याशी की घोषणा न होने को लेकर जब उनसे सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि अब बिहार में विपक्ष कोई मुद्दा नहीं है। जनता विकास से संतुष्ट है और एक बार फिर एनडीए की सरकार बनने जा रही है। कटिहार विधानसभा सीट, जो सीमांचल की राजनीति का एक अहम चेहरा रही है, हमेशा से एनडीए और महागठबंधन दोनों के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण रही है। तार किशोर प्रसाद, जो न केवल भाजपा के वरिष्ठ नेता बल्कि वित्त मंत्री और उपमुख्यमंत्री भी रह चुके हैं, स्थानीय बनाम राष्ट्रीय विकास के संतुलन के प्रतीक माने जाते हैं।

उनका नामांकन महज औपचारिकता नहीं बल्कि भाजपा के स्थायित्व और नेतृत्व की निरंतरता का संदेश है। वहीं, महागठबंधन की ओर से प्रत्याशी चयन में हो रही देरी विपक्ष की संगठनात्मक कमजोरी और स्थानीय समन्वय की कमी को उजागर करती है।

सीमांचल में भाजपा का सामाजिक आधार अब पहले से व्यापक हुआ है, लेकिन धार्मिक ध्रुवीकरण की रणनीति यहां सीमित असर छोड़ती रही है। कटिहार का मतदाता प्रायः विकास, रोजगार और प्रशासनिक सक्रियता जैसे मुद्दों पर वोट करता है। तार किशोर प्रसाद की छवि “संतुलित और सुलभ नेता” की रही है, जो भाजपा के लिए सीमांचल में स्थिरता का चेहरा पेश करती है।

रिपोर्ट- श्याम कुमार सिंह