Bihar Politics: विश्व आदिवासी दिवस पर पप्पू यादव का जोरदार स्वागत, आदिवासी समाज की हिस्सेदारी पर जोर, 'मेरी भूमिका सीधी है… मैं एनडीए से आज़ादी चाहता हूं'-पप्पू यादव
Bihar Politics:विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर टाउन हॉल में आयोजित भव्य कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्णिया सांसद पप्पू यादव शामिल हुए। ...

Bihar Politics:विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर टाउन हॉल में आयोजित भव्य कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्णिया सांसद पप्पू यादव शामिल हुए। कार्यक्रम में आदिवासी समाज की भारी संख्या मौजूद रही। महिलाओं ने सांसद पर फूल बरसाकर और अंग वस्त्र पहनाकर सम्मानित किया।
पप्पू यादव ने भगवान बिरसा मुंडा, डॉ. भीमराव आंबेडकर, कार्तिक उरांव और दिमोश गुरु शिबू सोरेन के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने शिबू सोरेन के साथ बिताए जेल के दिनों और उनकी विचारधारा को याद किया।अपने संबोधन में पप्पू यादव ने स्वर्गीय JMM के दिमोश गुरु शिबू सोरेन के जीवन काल को बताते हुए जेल में साथ साथ बिताए उनके आईडियोलॉजी को भी याद किया, कार्यक्रम सम्पन्न होने के बाद पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने आदिवासी समाज की वकालत करते हुए कहा कि जिनकी जितनी संख्या उनकी उतनी हिस्सेदारी-भागीदारी समाज और राजनीति में मिलनी चाहिए, बाकी राज्यों में आदिवासी समाज के जनसंख्या के आधार पर मुख्यमंत्री या उपमुख्यमंत्री या उप प्रधानमंत्री पद देने और हर क्षेत्र में आरक्षण देने की मांग किया है, करोड़ो आदिवासी के आवाज बने दिमोश गुरु शिबू सोरेन को बताया और अपनी आजादी लेने की बात कहा, झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) को महागठबंधन में हिस्सेदारी देने के लिए भी वकालत किया, इस कार्यक्रम के माध्यम से आने वाले चुनाव को ध्यान में रख आदिवादियों ने अपनी ताकत दिखा दिया है।
पप्पू यादव ने कहा कि दिमोश गुरु शिबू सोरेन करोड़ों आदिवासियों की आवाज थे। हमें अपनी आज़ादी खुद लेनी होगी।
सीतामढ़ी में हाल ही में हुए माता जानकी मंदिर शिलान्यास पर उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहले ही पांच बार शिलान्यास कर चुके हैं। सरकार पैसा भी दे चुकी है, फिर ये चुनावी शिलान्यास क्यों?उन्होंने कहा कि सीता-राम मंदिर और भगवान बिरसा मुंडा का मंदिर बनना चाहिए।
बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी भूमिका पर सवाल पर पप्पू यादव ने स्पष्ट कहा कि मेरी भूमिका सीधी है… मैं एनडीए से आज़ादी चाहता हूं।
रिपोर्ट- श्याम कुमार सिंह