Bihar News : खगड़िया में छठ घाट पर बड़ा हादसा, एक ही परिवार के 3 सहित चार किशोर नदी में हुए लापता, परिजनों में मचा कोहराम
KHAGARIA : छठ पर्व के पावन अवसर पर खगड़िया जिले से एक हृदय विदारक हादसे की खबर सामने आई है। सोमवार को मोरकाही थाना क्षेत्र के रसौंक और घरारी पंचायत के छठ घाट पर स्नान करने गए चार किशोर नदी में डूबकर लापता हो गए। लापता हुए किशोरों में तीन बच्चे एक ही परिवार के बताए जा रहे हैं। इस घटना के बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल है और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीम तुरंत हरकत में आई और राहत तथा बचाव कार्य शुरू किया गया।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि यह दु:खद घटना सुरक्षा व्यवस्था में बड़ी चूक के कारण हुई है। छठ घाट पर सुरक्षा के कोई पुख्ता इंतज़ाम नहीं थे। मौके पर न तो एसडीआरएफ की टीम मौजूद थी और न ही नदी किनारे बैरिकेडिंग की गई थी। बताया गया कि नदी की गहराई का सही अंदाज़ा न लगा पाने के कारण ये किशोर गहरे पानी में चले गए और डूब गए। घटना की जानकारी मिलते ही मोरकाही थाना प्रभारी राजेश कुमार ठाकुर और सीओ पुनीत कौशल की अगुवाई में गोताखोरों की टीम को बुलाया गया और लापता बच्चों की तुरंत खोजबीन शुरू की गई।
लापता किशोरों की पहचान
लापता हुए चारों किशोरों की पहचान कर ली गई है, जिनमें तीन एक ही परिवार से जुड़े हुए थे। इसमें गोलू कुमार (12 वर्ष): पिता – देवेंद्र साव (निवासी – नीमा चंदपुरा, बेगूसराय), ननिहाल – मंडर नवटोलीया, खगड़िया, करण कुमार (18 वर्ष): पिता – रुदल पंडित (निवासी – माड़र घरारी, खगड़िया), पिता मज़दूरी करते हैं। छोटू कुमार (15 वर्ष): पिता – दुनदुन साह (निवासी – वार्ड संख्या 16, मोरकाही), दिलखुश कुमार (14 वर्ष): पिता – राजा साव (निवासी – वार्ड संख्या 16, मोरकाही), पिता मज़दूरी करते हैं, शामिल हैं।
एक ही परिवार के तीन बच्चे, देर शाम तक जारी रही तलाश
लापता हुए छोटू कुमार और दिलखुश कुमार रिश्ते में मामा-भांजे थे। गोलू कुमार का ननिहाल भी इसी इलाके में था। इन तीनों के परिजन एक साथ छठ घाट पर स्नान करने के लिए पहुंचे थे, जहां यह भयानक हादसा हुआ। मोरकाही थाना प्रभारी और सीओ पुनीत कौशल के नेतृत्व में प्रशासनिक टीम देर शाम तक नदी में चारों किशोरों की तलाश में जुटी रही, लेकिन रात होने तक उनका कोई सुराग नहीं मिल सका।
गांव में छाया मातम
जैसे ही यह खबर फैली, सैकड़ों ग्रामीण छठ घाट पर जमा हो गए। एक ही परिवार के तीन किशोरों सहित चार बच्चों के लापता होने से पूरे गांव में मातम छा गया है। परिजन बार-बार नदी किनारे जाकर अपने बच्चों को पुकार रहे हैं, वहीं महिलाएं विलाप कर रही हैं। यह घटना छठ के पावन अवसर पर गांव में शोक और तनाव का माहौल पैदा कर गई है, और प्रशासन पर घाटों पर सुरक्षा की अनदेखी को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
खगड़िया से अमित की रिपोर्ट