Bihar News : राजकीय सम्मान के साथ पूर्व परिवहन मंत्री दिवंगत रामानंद प्रसाद सिंह को दी गई अंतिम विदाई, लोगों की नम हुई आंखें

Bihar News : बिहार सरकार के पूर्व मंत्री रामानंद प्रसाद सिंह को आज अंतिम विदाई दी गयी. इस मौके पर लोगों का जनसैलाब उमड़ गया. लोगों ने उन्हें नम आँखों से विदाई दी.......पढ़िए आगे

Bihar News : राजकीय सम्मान के साथ पूर्व परिवहन मंत्री दिवंगत
पूर्व मंत्री को अंतिम विदाई - फोटो : SOCIAL MEDIA

KHAGARIA : बिहार के पूर्व परिवहन मंत्री सह परबत्ता विधानसभा के पूर्व विधायक रामानंद प्रसाद सिंह का बीते शनिवार की देर रात देहांत हो गया। ऐसे में रविवार को विधानसभा में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी सहित कई गणमान्य नेताओं ने पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें अपने पैतृक गांव नयागांव विदा किया था कल पटना से लेकर परबत्ता तक के सफर में हजारों लोगों ने रास्ते में गाड़ियां रोक रोक कर उन्हें पुष्पांजलि दी। आज सुबह उनके पैतृक गांव नयागांव में राजकीय सम्मान के साथ उनकी अंतिम विदाई को लेकर उनके पार्थिव शरीर को  अगवानी गंगा घाट लाया गया जहां हजारों की संख्या में मौजूद लोगों के समक्ष खगड़िया डीसी अभिषेक पलासिया गोगरी एसडीओ सुनंदा कुमारी परबत्ता प्रखंड विकास पदाधिकारी संतोष कुमार पंडित परबत्ता थाना प्रभारी अरविंद कुमार के साथ उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया।

बताते चले की दिवंगत हो गए पूर्व परिवहन मंत्री रामानंद प्रसाद सिंह की राजनीतिक शुरुआत 1995 में हुई थी। जब वह परबत्ता विधानसभा से भाजपा के सीट पर चुनाव लड़े थे और तीसरे नंबर पर रहे थे। पुनः 2000 में निर्दलीय उम्मीदवार रहते हुए चुनाव लड़े और द्वितीय स्थान पर रहे उसके बाद जॉर्ज फर्नांडिस ने उन्हें जदयू की सदस्यता दिलाई और तब से जीत का सिलसिला लगातार बना रहा। पूरे जीवन में उन्होंने आठ बार विधानसभा का चुनाव लड़ा जिसमें पांच बार जीत दर्ज की। नीतीश कुमार ने अपने मंत्रिमंडल में भी उन्हें परिवहन मंत्री का भार सोप था। जिसे उन्होंने बखूबी निभाया था। अब उनके एक पुत्र डॉक्टर संजीव कुमार परबत्ता विधानसभा के विधायक हैं तो वहीं दूसरे पुत्र राजीव कुमार खगड़िया बेगूसराय के एमएलसी है। मौके पर दिल्ली संगम विहार के विधायक चंदन कुमार चौधरी, दिवंगत पूर्व मंत्री रामानंद प्रसाद सिंह को सम्मान देने के लिए पहुंचे थे।

मौके पर मौजूद लोगों ने रामानंद प्रसाद सिंह के सफर को याद किया। उन्होंने बताया की परबत्ता एक वीरान जगह हुआ करता था। जब रामानंद प्रसाद सिंह राजनीति में आगमन हुआ। उन्होंने परबत्ता की तस्वीर धीरे-धीरे बदल दी। आज जो अगवानी सुल्तानगंज पुल बन रहा है। उसके लिए पहली दफा रामानंद प्रसाद सिंह ने धरना प्रदर्शन किया था। जब परबत्ता में बिजली नहीं थी तो उन्होंने बिजली की सुविधा परबत्ता में मुहैया कराई। गली-गली सड़क बनवाई और आज परबत्ता सुसज्जित हो गया है। वह मानते थे की परबत्ता को हम छोटी कोलकाता बनाएंगे।

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खगड़िया से अमित की रिपोर्ट