Bihar Election: झंझारपुर में नीतीश मिश्रा की ऐतिहासिक विजय, मधुबनी में लहराया एनडीए का परचम
Bihar Election: मधुबनी की राजनीतिक सरज़मीं पर इस बार इतिहास ने स्वयं को दोहराया नहीं बल्कि और भी शान से लिखा। बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की लहर ऐसी चली कि मधुबनी की 10 में से 9 सीटों पर कमल और तीर ने अपना परचम फहरा दिया।
Bihar Election: मधुबनी की राजनीतिक सरज़मीं पर इस बार इतिहास ने स्वयं को दोहराया नहीं बल्कि और भी शान से लिखा। बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की लहर ऐसी चली कि मधुबनी की 10 में से 9 सीटों पर कमल और तीर ने अपना परचम फहरा दिया। सिर्फ एक सीट महागठबंधन के खाते में गई।
लेकिन सबसे बड़ी दास्तान लिखी गई झंझारपुर विधानसभा में जहाँ भाजपा के दिग्गज, निवर्तमान मंत्री नीतीश मिश्रा ने ऐसा जनादेश पाया, जो सिर्फ जीत नहीं, बल्कि जनता के दिल का फैसला है।
झंझारपुर की इस राजनीतिक रणभूमि में नीतीश मिश्रा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी, सीपीआई के रामनारायण यादव को 54849 वोटों के भारी, प्रभावशाली और अभूतपूर्व अंतर से पराजित कर दिया।
यह अंतर सिर्फ जिले में ही नहीं, बल्कि उत्तर बिहार में सबसे अधिक है जो खुद बताता है कि जनता का भरोसा किस दिशा में बह रहा है।
लगातार दूसरी बार, और कुल पाँचवी बार विधायक बने नीतीश मिश्रा की जीत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि झंझारपुर में उनकी पकड़ सिर्फ राजनीतिक नहीं, भावनात्मक भी है।जीत के बाद मीडिया से बात करते हुए उनका स्वर जितना नम्र था, उतना ही भावुक। जीत के बाद नीतीश ने कहा कि यह जीत झंझारपुर क्षेत्रवासियों को समर्पित है। मेरा कण–कण, मेरा छन–छन, इस धरती के नाम है। मैं अपने आपको झंझारपुर के परिवार का पाँचवाँ सदस्य मानता हूँ, चाहे परिवार में चार ही लोग क्यों न हों।
यह शब्द न सिर्फ एक नेता की विनम्रता दिखाते हैं, बल्कि उस रिश्ते की ऊष्मा भी, जो वर्षों की निष्ठा, सेवा और विश्वास से बनता है।उनकी आवाज़ भावुक हो उठी “इतने अपार मतों से जीत… मेरे पास शब्द नहीं हैं कि झंझारपुर की जनता का धन्यवाद कैसे करूँ। यह आशीर्वाद नहीं, मेरे लिए वरदान है।”मधुबनी ने इस चुनाव में जिसे चाहा, उसे बेहद साफ़ संदेश दिया कि जनता सब देखती है, समझती है, और समय आने पर अपना फैसला दर्ज कर देती है।
नीतीश मिश्री के जीत पर डीएवी कॉलेज सीवान के अर्थशास्त्र विभाग के अवकाशप्राप्त विभागाध्यक्ष डॉ रामानंद पाण्डेय ने बधाई देते हुए कहा कि नीतीश ने अपने काम से जनता का दिल जीत लिया है। वे अपने पिता डॉ जगन्नाथ मिश्र के नाम को रौशन कर उनके छुटे काम को पूरा करने के लिए सतत अग्रसर हैं। डॉ पाण्डेय ने कहा कि जनता और जनप्रतिनिधि के बीच विश्वास की सबसे चमकदार मिसाल बनकर नीतीश मिश्रा की यह अप्रतिम जीत झंझारपुर के राजनीतिक इतिहास में दर्ज हो चुकी है ।
रिपोर्ट- राजकुमार झा