BIHARI PRESIDENT: रामनाथ कोविंद का छलका बिहार प्रेम, कहा- 'ये मेरा सौभाग्य कि बिहारी राष्ट्रपति की पदवी केवल मुझे मिली ’

पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बिहार के प्रति अपने गहरे संबंधों को स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने अपने जीवन में जो भी उपलब्धियाँ प्राप्त की हैं, वह यहाँ के लोगों के आशीर्वाद के कारण संभव हो पाई हैं।

Ram nath kovind
रामनाथ कोविंद का छलका बिहार प्रेम- फोटो : social Media

BIHARI PRESIDENT:पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पूर्वी चंपारण जिले के पिपराकोठी स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में आयोजित किसान उन्नति मेला 2025 का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने अपने संबोधन में बिहार के प्रति अपनी गहरी आत्मीयता और प्रेम व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उन्हें “बिहारी राष्ट्रपति” कहे जाने पर गर्व महसूस होता है और यह उनके लिए एक विशेष सम्मान की बात है।

कोविंद ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि जब उनका नाम राष्ट्रपति पद के लिए घोषित हुआ था, तब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें बताया कि वह पहले ऐसे राज्यपाल हैं जो सीधे राष्ट्रपति बने हैं। यह उनके लिए एक महत्वपूर्ण क्षण था, जिसे उन्होंने याद किया। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार की धरती ने उन्हें बहुत प्रेम दिया है, और यही कारण है कि वह पहले बिहार के राज्यपाल बने और फिर देश के राष्ट्रपति बनने का अवसर प्राप्त किया।

किसान उन्नति मेला में भाग लेते हुए, रामनाथ कोविंद ने किसानों के सामने आने वाली चुनौतियों पर चर्चा की, खासकर जलवायु परिवर्तन और रासायनिक उर्वरकों के उपयोग से होने वाले नुकसान पर। उन्होंने प्राकृतिक खाद के उपयोग की आवश्यकता पर जोर दिया और सहकारिता के महत्व को भी रेखांकित किया। इस मेले का उद्देश्य किसानों को नई तकनीकों और नवाचारों से अवगत कराना था, जिससे उनकी कृषि उत्पादन क्षमता बढ़ सके।

Nsmch

कोविंद ने अपने संबोधन में महात्मा गांधी द्वारा चंपारण सत्याग्रह की ऐतिहासिकता को भी याद किया। उन्होंने कहा कि यह भूमि बापू की कर्मभूमि है, जिसने उन्हें भारत जैसे विशाल देश का राष्ट्रपति बनने का सौभाग्य प्रदान किया। 

बता दें जाकिर हुसैन भी ऐसे व्यक्ति थे जो बिहार के राज्यपाल और राष्ट्रपति दोनों रहे लेकिन कोविंद के विपरीत, हुसैन ने शीर्ष पद पर चुने जाने से पहले उपराष्ट्रपति के रूप में पांच साल का कार्यकाल पूरा किया था.

इस कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने मोतिहारी और रक्सौल में एयरपोर्ट निर्माण की घोषणा की, जिससे क्षेत्र में आर्थिक विकास को नई गति मिलेगी। यह घोषणा न केवल स्थानीय लोगों के लिए सुविधाजनक होगी बल्कि इससे पूरे क्षेत्र का औद्योगिक विकास भी होगा।

Editor's Picks