Motihari News : छात्राओं के साथ छेड़खानी करनेवाले मनचलों की आएगी शामत, सादे लिबास में तैनात होगी पुलिस, एसपी ने अभया ब्रिगेड को हरि झंडी दिखाकर किया रवाना

Motihari News : मोतिहारी में छात्राओं से छेड़खानी करना मनचलों को महंगा पड़ जायेगा. एसपी ने अभया ब्रिगेड की टीम को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया........पढ़िए आगे

Motihari News : छात्राओं के साथ छेड़खानी करनेवाले मनचलों की आ
मनचलों की खैर नहीं - फोटो : SOCIAL MEDIA

MOTIHARI : स्कूल–कॉलेजों और कोचिंग संस्थानों के आसपास सक्रिय मनचलों पर अब सामत आनेवाली है। छात्राओं से छेड़छाड़ या फब्ती कसने वालों पर अब मौके पर ही कार्रवाई होगी और सीधे जेल की हवा खानी पड़ेगी। मनचलों पर लगाम कसने के लिए बहन बेटियों को अब  मोतीहारी पुलिस का अभया ब्रिगेड का ताकतवर सहयोग  मिल गया है।

अभया ब्रिगेड को हरी झंडी

आज पूर्वी चंपारण पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात  ने महिलाओं और स्कूली छात्राओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों की रोकथाम के लिए गठित  'अभया ब्रिगेड' की टीम को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया है। पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर शुरू की गई। इस पहल का नेतृत्व करते हुए मोतिहारी के एसपी ने सभी पुलिस अधिकारियों को मनचले और असामाजिक तत्वों पर लगातार कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। बता दें की इस अभियान के तहत जिले के लगभग सभी 50 थानों में एक-एक टीम का गठन किया गया है। प्रत्येक टीम में एक महिला अधिकारी, दो महिला सिपाही और एक पुरुष सिपाही शामिल हैं। आज एसपी स्वर्ण प्रभत के हरी झंडी दिखाने के बाद सभी पुलिस अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में सक्रिय होकर  गश्त के लिए निकल पड़े।

स्कूल और कॉलेज के बाहर सादे लिबास में तैनात होगी टीम

अभया ब्रिगेड  महिलाओं के साथ होने वाली आपराधिक घटनाओं पर कार्रवाई करेगी। टीम को वैसे हाट स्पाट चयन की जवाबदेही दी गई है, जहां यह घटनाएं अधिक होती है। बताया गया कि टीम को खास तौर पर बलात्कार, अपहरण, छेड़खानी, मानव दुर्व्यवहार, चेन स्नैचिंग आदि की रोकथाम की जिम्मेदारी सौंपी गई है। टीम स्कूल और कालेज के समीप सादे लिबास और वर्दी दोनों में तैनात होगी और मनचलों पर आवश्यक कार्रवाई करेगी।

अभया ब्रिगेड का मुख्य उद्देश्य

एसपी ने स्पष्ट किया कि अभया ब्रिगेड का मुख्य उद्देश्य महिलाओं और छात्राओं में सुरक्षा का भरोसा पैदा करना है।  किसी भी शिकायत पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी। पुलिस की इस पहल से अभिभावकों और शिक्षण संस्थानों ने राहत की सांस ली है और इसे एक सकारात्मक कदम बताया है।

मोतिहारी से हिमांशु की रिपोर्ट