Prashnat Kishor: मुंगेर में गरजे प्रशांत किशोर, कहा- 'नेताओं का नहीं, अपने बच्चों का चेहरा देखकर वोट दीजिए'
Prashnat Kishor: मुंगेर में बदलाव यात्रा के तहत जनसभा में प्रशांत किशोर ने पीएम मोदी, नीतीश कुमार और लालू यादव पर निशाना साधा। बोले – अपने बच्चों के भविष्य के लिए वोट करें, 12 हजार का रोजगार देने का वादा।

Prashnat Kishor: बिहार में परिवर्तन की अलख जगा रहे प्रशांत किशोर ने बुधवार को मुंगेर के जमालपुर रेलवे इंटर कॉलेज मैदान में जनसभा को संबोधित करते हुए एक बार फिर मौजूदा राजनीतिक नेतृत्व पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि नेताओं का चेहरा देखकर नहीं, अपने बच्चों का भविष्य सोचकर वोट दीजिए।प्रशांत किशोर ने लालू यादव, नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी को निशाने पर लेते हुए कहा कि इन सभी ने वर्षों से बिहार के लोगों को गुमराह किया है। उन्होंने जनता से पूछा कि क्या आज भी उनके बच्चों को रोजगार मिला है? क्या शिक्षा व्यवस्था सुधरी है?
जनता से किए गए बड़े वादे रोजगार, शिक्षा और पहचान की लड़ाई
प्रशांत किशोर ने इस रैली के माध्यम से कई वादे किए, खासकर बिहार के युवाओं से जुड़े मुद्दों को केंद्र में रखा। उन्होंने कहा:छठ पूजा के बाद बिहार में ही युवाओं को 12 हजार रुपये तक का रोजगार मिलेगा।एसआईआर (Special Electoral Revision) को लेकर उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग किसी की नागरिकता तय नहीं कर सकता।जिनके नाम वोटर लिस्ट से कटे हैं, उनके लिए कानूनी लड़ाई लड़ेंगे।
आधार कार्ड के अधिकार पर जोर
प्रशांत किशोर ने जनता को भरोसा दिलाया कि सुप्रीम कोर्ट का स्पष्ट निर्देश है—“जिसके पास आधार है, उसे वोट देने का अधिकार है।” उन्होंने आशंका जताई कि बाहरी मजदूरों के नाम वोटर लिस्ट से जानबूझकर हटाए जा रहे हैं क्योंकि उन्हें NDA विरोधी वोटर माना जा रहा है।
जनसभा में छाए छेला बिहारी, बोले- नया बिहार बनाना है
इस राजनीतिक सभा में एक खास आकर्षण बने भोजपुरी के लोकप्रिय गायक छेला बिहारी, जिन्होंने अपने मधुर गीतों से माहौल को जीवंत बना दिया।उन्होंने गीतों के माध्यम से वर्तमान सरकार की विफलताओं पर व्यंग्य कसा।जनता से प्रशांत किशोर के पक्ष में वोट देने की अपील की।मंच पर लोगों ने जमकर ठुमके लगाए और जोश से सभा का आनंद लिया।
गानों के माध्यम से दिया बदलाव का संदेश
छेला बिहारी ने अपने गानों में शिक्षा, रोजगार, विकास जैसे मुद्दों को जोड़ा और कहा कि अगर सच में लोगों को एक नई दिशा में बिहार को ले जाना है, तो “अबकी बार बदलाव की सरकार” बनानी होगी।