खानकाह रहमानी में अमीरे शरीअत से राहुल-तेजस्वी की मुलाकात, गरमाया बिहार का सियासी माहौल, मुंगेर में वोटर अधिकार यात्रा

Bihar Voter Adhikar Yatra: वोटर अधिकार यात्रा दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी, राजद नेता तेजस्वी यादव ने खानकाह रहमानी पहुंचकर अमीरे शरीअत हजरत मौलाना अहमद वली फैजल रहमानी से करीब आधे घंटे तक बातचीत की..

Rahul Tejashwi s meeting with Ameer Shariat at Khanqah Rahma
खानकाह रहमानी में अमीरे शरीअत से राहुल-तेजस्वी की मुलाकात- फोटो : reporter

Bihar Voter Adhikar Yatra: बिहार की सियासत में बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम देखने को मिला। वोटर अधिकार यात्रा दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी, राजद नेता तेजस्वी यादव, वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी और भाकपा(माले) महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने मुंगेर के चंदनबाग से यात्रा की शुरुआत की। हजारों कार्यकर्ताओं के हुजूम के साथ जुलूस शहर का भ्रमण करता हुआ नेशनल हाईवे से होते हुए भागलपुर की ओर रवाना हुआ।

लेकिन इस यात्रा की सबसे अहम कड़ी रही नेताओं की खानकाह रहमानी पहुंचकर अमीरे शरीअत हजरत मौलाना अहमद वली फैजल रहमानी से करीब आधे घंटे तक चली मुलाकात। यह मुलाकात न सिर्फ धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि राजनीतिक दृष्टि से भी बेहद अहम मानी जा रही है।

मुलाकात के बाद राहुल गांधी और तेजस्वी यादव सहित INDIA गठबंधन के नेताओं ने अमीरे शरीअत के पिता मरहूम हजरत वली रहमानी की मजार पर श्रद्धांजलि अर्पित की। यह दृश्य राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का केंद्र बन गया, क्योंकि कांग्रेस का खानकाह रहमानी से ऐतिहासिक रिश्ता रहा है। स्व. प्रधानमंत्री राजीव गांधी, इंदिरा गांधी और जवाहरलाल नेहरू भी यहां आ चुके हैं।

अमीरे शरीअत मौलाना अहमद वली फैजल रहमानी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि राहुल गांधी के परिवार से खानकाह रहमानी का पुराना रिश्ता है। मैं खुद भी राजीव गांधी के साथ यहां रह चुका हूँ। उन्होंने जो मुद्दा उठाया है, वह गंभीर है। चुनाव आयोग द्वारा एक साथ 65 लाख वोटरों का नाम काट दिया जाना लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है। हमने भारत के संविधान, नफरत को कम करने और देश को बेहतर बनाने पर बातचीत की। राजनीति से ऊपर उठकर सबको मुल्क की मजबूती की बात करनी चाहिए।

इस बयान ने मुलाकात को और भी वज़नदार बना दिया। सियासी विश्लेषक मानते हैं कि बिहार में मुस्लिम समाज पर प्रभाव रखने वाली खानकाह रहमानी में INDIA गठबंधन के शीर्ष नेताओं की यह मौजूदगी आगामी चुनावों में बड़ा संदेश देती है। खासकर ऐसे समय में जब राहुल गांधी की यात्रा को “जनता के वोट के सम्मान और चोरी रोकने की जंग” के तौर पर प्रचारित किया जा रहा है।

रिपोर्ट- मो. इम्तियाज खान