Muzaffarpur mid day meal: मिड डे मील बना मिड डे जहरऍ मुजफ्फरपुर के स्कूल में सड़ा चावल परोसे जाने पर भड़के परिजन, प्रधानाध्यापक पर घोटाले का आरोप

Muzaffarpur mid day meal: मुजफ्फरपुर के सकरा प्रखंड के एक स्कूल में मिड डे मील योजना के तहत बच्चों को सड़ा और कीटयुक्त चावल परोसे जाने पर परिजनों ने हंगामा किया। जानिए पूरा मामला और जिम्मेदार कौन है।

Muzaffarpur mid day meal
बच्चों को दिए गए कीड़े वाले चावल- फोटो : news4nation

Muzaffarpur mid day meal: मुजफ्फरपुर में एक बार फिर सरकार की तरफ से बच्चों के लिए चलाई जा रही मिड डे मील योजना की हकीकत सामने आने के बाद परिजनों और स्थानीय लोगों ने स्कूल पहुंचकर जमकर हंगामा किया है। एक तरफ जहां सरकार बच्चों के स्वास्थ्य का हवाला देते हुए हफ्ते के सातों दिन अलग-अलग प्रकार के खाना मिड डे मील योजना के तहत देने की बात करती है। वहीं दूसरी तरफ जो तस्वीर सामने निकल कर आई है वह चौंकाने वाला है। जिस चावल को मवेशी तक खाना पसंद नहीं करेंगे उस चावल का खाना स्कूली बच्चों को खिलाया जाता है।

बता दें कि लगातार बिहार के अलग-अलग जिलों से मिड डे मील योजना के तहत बच्चों को दिए जाने वाले खाना में कभी कीड़ा निकलने की बात तो कभी मिड डे मील का खाना खाने से बच्चों की बीमार होने की बात सामने आती रहती है।  मुजफ्फरपुर जिले के सकरा प्रखंड के चौसीमा मध्य विद्यालय से, जो तस्वीर सामने निकल कर आई है वह बिल्कुल चौंकाने वाली है। यह तस्वीर जैसे ही स्कूल से बाहर आई वैसे ही परिजन और स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए। स्कूल पहुंच कर जम कर हंगामा शुरू किया है। वही बच्चों के परिजनों का आरोप है कि जो चावल का खाना बच्चों को खिलाया जाता है वह सड़ा हुआ और कीट लगा हुआ चावल है। ऐसे में अगर बच्चों के साथ किसी तरह की अनहोनी होती है तो इस का जिम्मेदार कौन होगा। 

स्कूल के प्रधानाध्यापक पर लोगों का गुस्सा

स्कूल के प्रधानाध्यापक पर भी स्थानीय लोगों ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है।  बच्चों के परिजनों और स्थानीय लोगों का आरोप है कि जो चावल बच्चों को खाने के लिए मिड डे मील योजना के तहत दी जाती है उसे चावल को स्कूल के प्रधानाध्यापक के द्वारा बेच दिया जाता है। उसके बदले सड़े हुए चावल का खाना बच्चों को दिया जाता है। बच्चों के द्वारा जब इस बात का विरोध किया जाता है तो बच्चों को भी डराया धमकाया जाता है। पूरे मामले को लेकर स्कूल के रसोइयों ने भी आरोप लगाया है कि इस स्कूल के प्रधानाध्यापक के द्वारा इस सड़े हुए चावल को साफ कर उसका खाना बनाने के लिए कहा जाता है।

मुजफ्फरपुर से मणि भूषण शर्मा की रिपोर्ट