Bihar Liquor: पहले एबुलेंस और अब ट्रोली बैग! मुजफ्फरपुर में शराब तस्करी करती महिला तस्करों का नेटवर्क का हुआ पर्दाफाश, जांच में पुलिस के उड़ गए होश

बिहार में शराबबंदी के बावजूद महिला गिरोह ट्रॉली बैग में शराब की तस्करी कर रहे हैं। जानिए मुजफ्फरपुर में चल रहे इस संगठित अपराध के पीछे की पूरी कहानी।

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liquor- फोटो : SOCIAL MEDIA

Bihar Liquor: बिहार में शराबबंदी को लागू हुए सालों हो चुके हैं, परंतु अवैध शराब कारोबारियों ने कानून को चकमा देने के लिए नए-नए तरीके इजाद कर लिए हैं। हाल ही में मुजफ्फरपुर में उत्पाद विभाग की छापेमारी से जो जानकारी सामने आई है, वह इस बात को प्रमाणित करती है कि अब महिलाओं को 'फ्रंटलाइन स्मगलर' के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है।

इन महिला तस्करों का सबसे पसंदीदा जरिया बन चुका है – ट्रॉली बैग। ये महिलाएं खुद को आम यात्री की तरह प्रस्तुत करती हैं और ट्रेनों तथा बसों में यात्रा कर, बिना किसी जांच के प्रेमियम ब्रांड की शराब को राज्य के भीतर पहुंचा रही हैं। इनका लक्ष्य है – स्कैनरविहीन रेलवे स्टेशन और बस स्टॉप, जहां से गुजरते हुए ये कानून की नजर से बच जाती हैं।

यूपी, हरियाणा और झारखंड से सप्लाई, मुजफ्फरपुर में डिलीवरी

उत्पाद विभाग की जांच में यह खुलासा हुआ कि मुजफ्फरपुर में महिलाओं का एक सक्रिय तस्करी गिरोह काम कर रहा है। ये महिलाएं उत्तर प्रदेश, झारखंड और हरियाणा से शराब खरीदकर लाती हैं और उसे कपड़ों में छिपाकर ट्रॉली बैग में पैक करती हैं।

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डिलीवरी प्रक्रिया इतनी संगठित होती है कि ये महिलाएं स्टेशन या बस स्टैंड पर उतरने के बाद ई-रिक्शा या ऑटो से सीधे ग्राहकों या डीलरों के पास पहुंचती हैं। ये सभी महिलाएं तस्करी के लिए मोबाइल ऐप्स, कॉल्स और संदेशों का उपयोग करती हैं। उनकी पहचान इतनी सामान्य होती है कि कोई उन्हें संदेहास्पद नहीं समझता।

महिला तस्कर गिरफ्तार: खुला 20 सदस्यीय नेटवर्क का राज

हाल ही में मुजफ्फरपुर के कच्ची-पक्की इलाके से गिरफ्तार की गई रितु कुमारी ने जांच अधिकारियों को बताया कि वह एक बीस सदस्यीय महिला गैंग की सदस्य है। उसका काम हर बार अलग-अलग ग्रुप में सफर कर शराब लाना और डिलीवरी देना था। यह नेटवर्क सुरक्षा एजेंसियों की आंखों में धूल झोंकने में इतना सक्षम था कि आज तक इनका कोई पुख्ता रिकॉर्ड नहीं बन पाया था।इन महिलाओं को हर डिलीवरी पर तय कमिशन मिलता था, और माफिया की ओर से सुरक्षा और कानूनी मदद का वादा भी किया गया था। इससे यह स्पष्ट होता है कि इस नेटवर्क के पीछे कोई बड़ा संगठित गिरोह काम कर रहा है।

उत्पाद विभाग की कार्रवाई तेज: तस्कर और डिलीवरी एजेंट गिरफ्तार

कुढ़नी, तुर्की और मनियारी थाना क्षेत्रों में की गई छापेमारी में तीन शराब तस्करों को पकड़ा गया—दौलत देवी, अवधेश सहनी और छोटू पंडित। इनमें छोटू पंडित को होम डिलीवरी करते समय रंगे हाथ पकड़ा गया। इस दौरान दौलत देवी के पास से 2 लीटर देशी शराब, अवधेश सहनी 4 लीटर देशी शराब, छोटू पंडित 1 बोतल विदेशी शराब पकड़ाया गया।उत्पाद निरीक्षक दीपक कुमार सिंह के अनुसार, इस नेटवर्क को पूरी तरह ध्वस्त करने की योजना पर तेजी से काम चल रहा है।