Bihar Assembly Election: मां के नक्शे-कदम पर बेटी की एंट्री, गायघाट सीट से पहली बार जीती कोमल सिंह, शुरू की राजनीतिक पारी

जिस विधानसभा सीट से पहली बार मां विधायक बन की थी अपनी राजनीतिक सफर की शुरुआत की थी उसी सीट से बेटी ने चुनाव जीत कर अपनी सियासी यात्रा शुरु की है....

Komal Singh wins Gaighat
मां के नक्शे-कदम पर बेटी की एंट्री- फोटो : reporter

Bihar Assembly Election: मुजफ्फरपुर की चर्चित गायघाट विधानसभा सीट इस बार चुनावी हलचल का केंद्र बनी रही। यह वही सीट है जहाँ से वर्ष 2010 में लोजपा नेता बिना देवी ने अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत विधायक बनकर की थी। अब उसी सीट से उनकी बेटी कोमल सिंह ने भी जीत हासिल कर राजनीति में कदम रख दिया है।

वर्तमान में वैशाली से लोजपा सांसद बिना  देवी ने 2010 में गायघाट सीट पर जीत दर्ज कर अपनी पहचान बनाई थी। अब उनकी पुत्री कोमल सिंह, जो जदयू एमएलसी दिनेश सिंह की बेटी भी हैं, ने उसी गायघाट सीट से अपनी पहली जीत हासिल की है।

कोमल सिंह ने पहली बार 2020 में लोजपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था, लेकिन तब उन्हें हार का सामना करना पड़ा।हार के बावजूद वे क्षेत्र में लगातार सक्रिय रहीं, जनता से जुड़ीं और संगठन के साथ तालमेल मजबूत किया।2025 के विधानसभा चुनाव में वे जदयू उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरीं और इस बार उन्होंने राजद के मौजूदा विधायक निरंजन राय को 23,417 वोटों के भारी अंतर से हराकर जीत दर्ज की।

चुनावी प्रचार के दौरान जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गायघाट में जनसभा को संबोधित करने पहुंचे, तो मंच पर मौजूद कोमल सिंह के भाषण से वे विशेष रूप से प्रभावित हुए।सीएम ने सार्वजनिक रूप से कहा था कि बच्ची बहुत अच्छा बोलती है, आगे चलकर बहुत अच्छा काम करेगी।जनता ने भी इस भरोसे पर मुहर लगाते हुए उन्हें विधानसभा भेज दिया।

 कोमल सिंह से क्षेत्र की जनता को बड़ी उम्मीदें हैं।जिस विश्वास के साथ मतदाताओं ने उन्हें अपनी राजनीतिक पारी शुरू करने का मौका दिया है, अब देखने वाली बात यह होगी कि वे इस भरोसे पर कितना खरा उतरती हैं। 

रिपोर्ट- मणिभूषण शर्मा