petrol pump fraud - थाने की गाड़ियों में तेल भरवाने के नाम पर लाखों रुपए का फर्जीवाड़ा, थानेदार के फर्जी साइन करते थे धोखाधड़ी, जाने पूरा मामला
petrol pump fraud - पेट्रोल पंप पर थाने की गाड़ियों में तेल भरवाने के नाम पर लाखों रुपए का घोटाला सामने आया है. जिसके बाद पुलिस के अधिकारी भी हैरान हो गए।

Muzaffarpur - मुजफ्फरपुर जिले के सदर थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. दिघरा स्थित एक पेट्रोल पंप से मनियारी थानेदार के फर्जी हस्ताक्षर का इस्तेमाल करके लाखों रुपये का पेट्रोल और डीजल गबन कर लिया गया. इस धोखाधड़ी का आरोप पंप के ही एक स्टाफ, अंकित कुमार उर्फ धीरज कुमार, पर लगा है. पंप मालिक अविनाश चंद्र की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है.
फर्जी कूपन से गबन
पंप मालिक अविनाश चंद्र के अनुसार, उनके पंप से मनियारी थाना के वाहनों के लिए सितंबर 2024 से अगस्त 2025 तक ईंधन की आपूर्ति की गई थी. कुल बकाया राशि ₹26,59,649 थी. इसमें से पुलिस विभाग ने ₹14,72,640 का भुगतान चेक से और ₹33,616 का भुगतान नकद में कर दिया था. जब पंप मालिक ने बाकी बची ₹11,53,000 की राशि का हिसाब मांगा, तो मनियारी थाने से पता चला कि इस्तेमाल किए गए कूपन फर्जी थे और उन पर थानेदार के हस्ताक्षर भी जाली थे.
विश्वासघात का मामला
यह फर्जीवाड़ा तब सामने आया जब पंप मालिक अविनाश चंद्र ने पारिवारिक बीमारी के चलते अपने पंप का हिसाब-किताब अपने स्टाफ अंकित कुमार पर छोड़ दिया था. अंकित ने इसी भरोसे का फायदा उठाते हुए मनियारी थानेदार के नाम पर फर्जी कूपन जारी किए और उनके जरिए लाखों रुपये का ईंधन गबन कर लिया. जब इस बारे में अंकित से पूछताछ की गई, तो वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सका.
पुलिस ने आरोपी कर्मी को हिरासत में लिया
पंप मालिक की शिकायत के बाद सदर थाने में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. सदर थाना के एसएचओ अस्मित कुमार ने बताया कि आरोपी अंकित कुमार को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है. पुलिस इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस फर्जीवाड़े में और कौन-कौन शामिल हैं और जाली कूपन किस तरह बनाए गए. यह घटना विश्वास के साथ हुए धोखे का एक बड़ा उदाहरण है.