Bihar 12th Toppers List : नालंदा की अंजली ने साइंस स्ट्रीम में किया जिला टॉप, औरंगाबाद की अंतरा खुशी ने कॉमर्स में हासिल किया दूसरा स्थान, बधाईयों का लगा ताँता
Bihar 12th Toppers List : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने आज इंटर परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है. जिसमें नालंदा की अंजली ने साइंस स्ट्रीम में जिला टॉप किया है. वहीँ औरंगाबाद की अंतरा खुशी ने कॉमर्स की परीक्षा में राज्य में दूसरा स्थान प्राप्त किया

NALANDA : इंटरमीडिएट परीक्षा का परिणाम घोषित होते ही छात्रों में खुशी की लहर दौड़ गई। इस सफलता में नालंदा जिले की महाबोधि महाविद्यालय की छात्रा अंजली सिंह ने खास पहचान बनाई है। अंजली ने साइंस स्ट्रीम में जिला टॉप कर अपने परिवार, गांव और स्कूल का नाम रोशन किया है। लंदा जिले के शोभा बिगहा गांव की रहने वाली अंजली अपने परिवार में पांच भाई-बहनों में दूसरे स्थान पर हैं। उनके पिता CISF में सब-इंस्पेक्टर हैं, जो बेटी की इस सफलता से बेहद खुश हैं। जली का मानना है कि "अगर रोज 10 से 12 घंटे पूरी एकाग्रता के साथ पढ़ाई की जाए, तो कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।" उनके अनुसार, सफलता का मूलमंत्र अनुशासन और मेहनत है।
अंजली का सपना है कि वे डॉक्टर बनकर समाज की सेवा करें। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता और शिक्षकों को दिया है। उन्होंने युवाओं को संदेश देते हुए कहा, "कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है, अगर मेहनत और ईमानदारी से प्रयास किया जाए।"उनकी इस उपलब्धि से गांव और कॉलेज में जश्न का माहौल है। हर कोई उन्हें बधाई दे रहा है और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना कर रहा है।
वहीँ औरंगाबाद की बिटिया ने एक बार फिर शिक्षा की जगत में परचम फहराया है। उसने कॉमर्स की परीक्षा में प्रदेश भर में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। बिटिया की रिजल्ट आने के बाद से पूरे जिले में खुशी का माहौल देखने को मिल रहा है। आज अंतरा खुशी के घर मे जिला भर से लोग पहुच रहे है, और बिटिया को बधाई दे रहे है। बता दें की जिले के पवई रियासत की रहने वाले मनोज की मिश्रा के पुत्री अंतरा खुशी ने शिक्षा जगत में परचम लहराते हुए आज अपने जिला का नाम रौशन किया है।
आज उसने पत्रकारों से बात चीत के दौरान उसने सारा श्रेय अपने माता पिता तथा अपने शिक्षक अनिल सर को दिया है। जहाँ वह प्रति दिन कोचिंग करने जाती है। सने बताया कि मैं प्रति दिन 6 से 7 घंटा पड़ती हूँ, जिसमे मेरी माँ का बहुत बड़ा योगदान है। वही उसके पिता मनोज कुमार मिश्रा ने बताया कि अंतरा बचपन से ही पढने में अव्वल थी और पढ़ाई के प्रति मेरे पूरे परिवार का लगाव रहता हैं। क्यो की मेरे पिता जी शिक्षक थे वह आज इस दुनिया मे नही है।
नालंदा से राज और औरंगाबाद से दीनानाथ मौआर की रिपोर्ट