Bihar Bandh Today:सीएम के गृह जिले में महागठबंधन का शक्ति प्रदर्शन,सड़कें जाम, बाजार बंद, चुनाव आयोग के खिलाफ तीखा विरोध
Bihar Bandh Today: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में बुधवार को महागठबंधन द्वारा आहूत बिहार बंद का व्यापक असर देखा गया।

Bihar Bandh Today: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में बुधवार को महागठबंधन द्वारा आहूत बिहार बंद का व्यापक असर देखा गया। बंद की सफलता को लेकर विपक्षी दलों ने जिस तरह की तैयारी की थी, वह सड़कों पर साफ नजर आई — बाजारों में सन्नाटा, स्कूल-कॉलेजों में उपस्थिति नगण्य और सड़कों पर प्रदर्शनकारियों का जनसैलाब।
बिहारशरीफ, हिलसा, राजगीर, एकंगरसराय और सिलाव जैसे प्रमुख कस्बों में सुबह से ही महागठबंधन के कार्यकर्ता झंडे-बैनर लेकर सड़कों पर उतर आए। बांस-बल्ले गाड़कर, टायर जलाकर और कई जगहों पर सड़क पर धरना देकर कार्यकर्ताओं ने पूरे जिले में आवागमन को ठप कर दिया। आमजन और वाहन चालकों को इस दौरान भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
महागठबंधन के नेताओं ने चुनाव आयोग द्वारा कराए जा रहे मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण पर तीखा विरोध जताया। उनका आरोप था कि यह अभियान केंद्र सरकार के इशारे पर, दलित, पिछड़ा, अल्पसंख्यक और गरीब तबकों को मतदाता सूची से बाहर करने की सुनियोजित साजिश है। वक्ताओं ने इसे “वोटबंदी” की संज्ञा देते हुए कहा कि यह लोकतंत्र की जड़ें काटने का प्रयास है, और जनता इसे किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगी।
प्रदर्शन के दौरान कई स्थानों पर बंद समर्थकों और स्थानीय लोगों के बीच तीखी नोकझोंक भी देखने को मिली। हालांकि, पुलिस बल ने हालात को नियंत्रित रखने के लिए सभी संवेदनशील इलाकों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की थी। हर चौक-चौराहे पर पुलिस बल और मजिस्ट्रेट की तैनाती रही, ताकि बंद शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो सके।
बंद के कारण नालंदा जिले के बाजार पूरी तरह बंद रहे, और स्कूल-कॉलेजों में उपस्थिति नाममात्र की रही। बंद समर्थकों का कहना था कि यह सिर्फ एक प्रतीकात्मक विरोध नहीं है, बल्कि एक चेतावनी है कि अगर लोकतांत्रिक अधिकारों से किसी को वंचित किया गया, तो यह आंदोलन सड़क से संसद तक पहुंचेगा।
रिपोर्ट- राज पाण्डेय