Bihar Crime: दहेज के दरिंदों ने ली विवाहिता की जान, शादी के चार महीने बाद ही बुझ गयी जिंदगी
Bihar Crime: दहेज़ के लिए बेटियों की हत्या का सिलसिला थमता नहीं दिख रहा है। एक बार फिर इस दानव ने एक विवाहिता को गटक लिया है....

Nalanda: जिले के चंडी थाना क्षेत्र में दहेज की लालच ने एक और मासूम की जान ले ली। सतनाग गांव में 20 वर्षीय सुनीता देवी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतका के मायके वालों ने ससुराल वालों पर गला दबाकर हत्या करने के बाद शव को फांसी पर लटकाने का सनसनीखेज आरोप लगाया है।
दहेज की भूख ने बनाया हैवान
मृतका के पिता, एकंगरसराय थाना क्षेत्र के रकसा गांव निवासी अजय रविदास ने बताया कि उनकी बेटी सुनीता की शादी चार महीने पहले, अप्रैल 2025 में सतनाग गांव के सुबोध दास से हुई थी। शादी में अपनी हैसियत के अनुसार उन्होंने दान-दहेज दिया था, लेकिन ससुराल वाले 15,000 रुपये और दहेज की मांग कर रहे थे। मांग पूरी न होने पर सुनीता को लगातार शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था।
मासूम की मौत, ससुराल में सन्नाटा
रविवार शाम को अजय रविदास को फोन पर सूचना मिली कि उनकी बेटी ने फांसी लगा ली है। जब वे सतनाग गांव पहुंचे, तो सुनीता का शव फंदे से लटका मिला। परिवार ने दावा किया है कि यह आत्महत्या नहीं, बल्कि सोची-समझी हत्या है। आरोप है कि दहेज के लोभियों ने पहले उनकी बेटी का गला घोंटा और फिर आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को लटका दिया।
पुलिस की कार्रवाई, एक गिरफ्तार
इस दर्दनाक घटना के बाद चंडी थानाध्यक्ष सुमन कुमार ने बताया कि दहेज हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। मृतका के पति सुबोध दास, ससुर और भैंसुर को आरोपी बनाया गया है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए भैंसुर को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश में छापेमारी जारी है। पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल पाएगा। इस घटना ने एक बार फिर समाज में दहेज जैसी कुप्रथा के खिलाफ सख्त कानून और जागरूकता की जरूरत को उजागर कर दिया है।
नालंदा से राज की रिपोर्ट