Nalanda Solver gang: नालंदा में सिपाही भर्ती परीक्षा में सॉल्वर गैंग का भंडाफोड़! मास्टरमाइंड और ब्लूटूथ डिवाइस के साथ पकड़े गए चार आरोपी
Nalanda Solver gang busted in constable recruitment exam 4 accused arrested along with mastermind and Bluetooth device

Nalanda Solver gang: नालंदा पुलिस ने सिपाही भर्ती परीक्षा में सॉल्वर गिरोह का खुलासा किया है। नूरसराय के मकनपुर स्थित आरपीएस स्कूल के सेंटर से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस संग अभ्यथी नकल करते धराया। जिसके बाद सॉल्वर गिरोह के तीन अन्य शातिरों को पकड़ा गया। गिरोह का मास्टरमाइंड कोचिंग संचालक मनोज कुमार है। 7 से 8 लाख रुपए में वह लिखित परीक्षा पास कराता था।
सेटिंग में स्कूल के लेखापाल की महत्वपूर्ण भूमिका थी। वही, सॉल्वर गिरोह से संपर्क कराता था। घटना में कुछ अन्य लोगों की संलिप्तता उजागर हुई। जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। गिरफ्तार लोगों के पास से एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, 1 माइक्रो ब्लूटूथ, 1 पैन कार्ड, 01 आधार कार्ड, एक केंद्रीय चयन परिषद का निर्गत प्रवेश पत्र और चार मोबाइल बरामद हुआ।
कौन-कौन धराया
बेगूसराय जिला के साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के परौरा गांव निवासी प्रवीण झा का अभ्यर्थी पुत्र उत्पलकांत कुमार उसका दोस्त शेखपुरा जिला के अरियरी थाना क्षेत्र के हुसैनाबाद गांव निवासी सोने लाल चौधरी का पुत्र विजय कुमार, मकनपुर आरपीएस स्कूल का लेखापाल सह वीक्षाक रहुई के भदवा गांव निवासी प्रेम कुमार सिंह का पुत्र प्रवीण कुमार सिंह और गिरोह के मास्टरमाइंड धनेश्वरघाट स्थित ए टू जेड केमिस्ट्री कोचिंग सेंटर के संचालक गिरियक के सिकरपुर गांव निवासी गोपाल प्रसाद का पुत्र मनोज कुमार।
वीक्षक ने नकल करते पकड़ा
सेंटर पर वीक्षक ने अभ्यर्थी को ब्लूटूथ डिवाइस से नकल करते पकड़ा। इसके बाद सॉल्वर गिरोह का खुलासा हुआ। अभ्यर्थी शेखपुरा में प्राइवेट जॉब करता था। जहां उसकी पहचान विजय से हुई। विजय ने उत्पलकांत को स्कूल के लेखापाल प्रवीण कुमार से मिलाया। इसके बाद लिखित परीक्षा पास करने की सेटिंग हुई। मास्टरमाइंड कोचिंग संचालक 7 से 8 लाख रुपया में सेटिंग करता था।
छापेमारी टीम में शामिल लोग
छापेमारी टीम में सर्किल इंस्पेक्टर राम शंकर सिंह, नगर थानाध्यक्ष सम्राट दीपक, डीआईयू प्रभारी आलोक कुमार सिंह, नूरसराय थानाध्यक्ष, दारोगा शशि कुमार, संजीव कुमार, रमेश पासवान, खुर्शीद अंसारी, सिपाही पितांबर कुमार राय, अरुण कुमार मंडल।