Bihar News: मंदिर बना लव कोर्ट, चट मंगनी पट ब्याह में इश्क ने गांववालों को बना दिया पंडित, प्रेमी की चोरी-छुपे मुलाक़ात बनी सात फेरों की सौगात
Bihar News: प्रेम का ऐसा लाइव टेलीकास्ट हुआ जिसमें न तो कैमरा था, न एंकर, पर क्लाइमैक्स इतना ज़बरदस्त कि सीधा शादी विशेष एपिसोड में बदल गया।

Bihar News:नालंदा जिले के डोइया गांव में बुधवार की शाम कुछ ऐसा हुआ कि बॉलीवुड की स्क्रिप्ट भी शरमा जाए। यहां प्रेम का ऐसा लाइव टेलीकास्ट हुआ जिसमें न तो कैमरा था, न एंकर, पर क्लाइमैक्स इतना ज़बरदस्त कि सीधा शादी विशेष एपिसोड में बदल गया।
दरअसल, अभिषेक नामक एक प्रेमवीर चोरी-छिपे अपनी प्रेमिका से मिलने गांव पहुंचे थे। अब प्रेम तो अंधा होता है, लेकिन गांव वालों की आंखें बाज की तरह होती हैं। जैसे ही प्रेमी जोड़ा दो कदम साथ चले, गांव वालों ने पूरी सीआईडी फील में पकड़ लिया। सवाल-जवाब शुरू हुए — "कौन हो? कहां से आए हो? लड़की कौन है?" अभिषेक बेचारे घबरा गए और बोले, “बीवी है जी!
बस फिर क्या था — गांव वालों को लगा, “इतना प्रेम तो अब सात फेरे मांगता है।” देखते ही देखते गांव का मंदिर कोर्ट बन गया, ग्रामीण बने बाराती और मुखिया साहब बन गए मुख्य न्यायाधीश। मंत्रोच्चार नहीं, लेकिन मूडोच्चार ज़रूर हुआ — “अब शादी होगी, और अभी होगी!”
पंडित की छुट्टी और फूलों की माला की जगह मिली गमछा गारंटी, गांव के ही बुजुर्ग ने कहा, “लो बेटा, अब ये ही तुम्हारी मंगलसूत्र है!”
शादी पूरी होते ही दोनों के परिवार को खबर दी गई। परिवार वाले पहुंचे, मामला जानकर माथा पीटने की बजाय बोले — “चलो, अच्छा हुआ, कम से कम दहेज का झंझट नहीं रहा!” मुखिया जी ने भी छाती फुलाकर कहा — “गांव में हम सिर्फ पंचायत नहीं करते, प्यार की पहचान भी कराते हैं!”
अब गांव के युवा सोच में हैं — प्यार करो, लेकिन प्राइवेट नहीं, पब्लिक करो। गांव का आशीर्वाद भी मिलेगा और मंडप की फ्री सेवा भी।
कहते हैं, “जहां चाह वहां राह,” लेकिन नालंदा के डोइया गांव में कहावत थोड़ी अपडेट हो गई है —"जहां प्रेम वहां तुरंते विवाह!"
और इस प्रेम कथा का सार है — पकड़े जाओ तो शादी तय, और अगर न पकड़े गए तो अगली बार जरूर पकड़े जाओगे!
रिपोर्ट- राड पाण्डेय