Nawada Army Jawan Death: नवादा के लाल मनीष कुमार को कारगिल में मिली शहादत, शादी के दो महीने बाद ही ड्यूटी पर शहीद हुए जवान
Nawada Army Jawan Death: नवादा जिले के कौआकोल प्रखंड निवासी सेना के जवान मनीष कुमार की जम्मू-कश्मीर के कारगिल में ड्यूटी के दौरान मौत हो गई। गांव में शोक की लहर, शादी को हुए थे सिर्फ दो महीने।

Nawada Army Jawan Death: बिहार के नवादा जिले का पाण्डेयगंगौट गांव उस समय गहरे शोक और गर्व में डूब गया जब यह खबर आई कि सेना में कार्यरत जवान मनीष कुमार (26) जम्मू-कश्मीर के कारगिल में ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए हैं। बुधवार सुबह जब उनके परिवार को फोन पर यह खबर मिली, तो मानो पूरे गांव में सन्नाटा और शोक की लहर दौड़ गई।
देशसेवा की राह पर तीन भाई, अब एक शहीद
मनीष कुमार का सेना में चयन वर्ष 2018 में हुआ था। वे चार भाइयों में तीसरे नंबर पर थे, और खास बात यह है कि उनके दो अन्य भाई भी सेना में सेवा दे रहे हैं। यह परिवार सच में देशभक्ति का जीवंत उदाहरण है।मनीष आर्मी मेडिकल कोर में नर्सिंग असिस्टेंट के रूप में तैनात थे और कारगिल जैसे चुनौतीपूर्ण स्थान पर अपनी ड्यूटी निभा रहे थे। लेकिन बुधवार सुबह अचानक उनके शहीद होने की खबर आई। अभी तक मौत के कारणों की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
शादी के दो महीने बाद लौटा था ड्यूटी पर
मनीष कुमार की शादी इसी वर्ष 6 मार्च को धुरिहार गांव में हुई थी। शादी के 30 दिन बाद वे ड्यूटी पर वापस लौट गए थे। अभी उनका वैवाहिक जीवन शुरू ही हुआ था, कि देश के लिए उनका बलिदान हो गया।गांव में उनके पिता अशोक राम, मां शुशीला देवी और पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीणों के अनुसार मनीष मिलनसार, ईमानदार और जिम्मेदार युवक थे, जिनकी शहादत पर पूरे गांव को गर्व है।
अधिकारी पहुंचे परिजनों से मिलने
जैसे ही खबर फैली, मौके पर सदर एसडीएम अखलेश कुमार और पकरीबरावां एसडीपीओ महेश चौधरी पहुंचे और परिजनों से मिलकर सांत्वना प्रकट की। एसडीएम ने बताया कि अभी तक तैनाती स्थल से कोई आधिकारिक सूचना नहीं आई, परंतु मीडिया से पुष्टि हुई है।हवलदार पिंटू कुमार, जो मनीष के बड़े भाई हैं। उन्होंने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के बाद गुरुवार को गांव लाया जाएगा, जहां राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। इससे पहले ऑपरेशन सिंदूर में बिहार के तीन लोह शहीद हो चुके हैं।