Bihar News: नवादा जिले के नारदीगंज प्रखंड में भीषण आग लगने की घटना सामने आई है। जिसमें वार्ड नंबर 10 और 11 के बीच सड़क किनारे स्थित पांच दुकानें पूरी तरह जलकर खाक हो गईं। इस हादसे में करीब 3 लाख रुपये से अधिक की संपत्ति का नुकसान हुआ है। घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। घटना के बाद इलाके में हड़कंप मच गया। आनन फानन में अगलगी की घटना की सूचना पुलिस को दी गई।
दुकानदारों को साजिश की आशंका
सूचना पर पहुंची पुलिस आग लगने के कारणों की जांच कर रही है, लेकिन दुकानदारों का मानना है कि यह कोई दुर्घटना नहीं बल्कि जानबूझकर किया गया कृत्य हो सकता है। उन्होंने पुलिस से मामले की गहराई से जांच करने की मांग की है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही आग लगने के असली कारणों का खुलासा किया जाएगा।
सब्जी विक्रेताओं को बड़ा नुकसान
सब्जी विक्रेता लाल मुनी, छोटू मियां और लालू मियां ने बताया कि अचानक आग लगने से उनकी दुकान का सारा सामान जलकर नष्ट हो गया। उनके अनुसार, इस आग में करीब 1 लाख रुपये से अधिक की संपत्ति का नुकसान हुआ है। पान दुकान संचालक अनिल चौरसिया और सुनील चौरसिया ने बताया कि उनकी दुकानों में आग लगने से करीब 2 लाख रुपये की संपत्ति नष्ट हो गई। उनकी दुकान में रखा फ्रिज और कई अन्य कीमती सामान भी जलकर राख हो गए।
शॉर्ट सर्किट या साजिश?
जहां कुछ स्थानीय लोग इसे शॉर्ट सर्किट का मामला मान रहे हैं, वहीं अनिल और सुनील चौरसिया को शक है कि किसी ने दुश्मनी के चलते उनकी दुकानों में आग लगाई है। उन्होंने बताया कि वे रोज दुकान बंद कर घर चले जाते थे, लेकिन शनिवार की रात 12 बजे उन्हें दुकान में आग लगने की खबर मिली। मौके पर पहुंचने पर उन्होंने देखा कि उनकी पूरी दुकान जलकर राख हो चुकी थी।
पुलिस की भूमिका पर सवाल
स्थानीय लोगों ने पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने पूछा कि इतनी घनी आबादी वाले इलाके में आग कैसे लगी, और अगर यह शॉर्ट सर्किट था तो इसकी रोकथाम क्यों नहीं हो सकी? अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि आग एक्सीडेंटल थी या किसी साजिश का हिस्सा? पुलिस ने मामले की जांच के लिए फॉरेंसिक टीम की मदद लेने की बात कही है। रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा कि आग का असली कारण क्या था।
नवादा से अमन की रिपोर्ट