NAWADA : पिछले 10 साल से फरार चल रहे 50 हजार के इनामी नक्सली उमेश रविदास को कौवाकोल पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसकी गिरफ्तारी नवादा शहर के अस्पताल रोड से की गई है। इसकी जानकारी नवादा एसपी अभिनव धीमान ने प्रेस वार्ता कर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह फरार नक्सली एरिया कमांडर आज से 10 वर्ष पूर्व कौवाकोल थाना अंतर्गत सेखोदेवरा गांव में करीब डेढ़ सौ से दो सौ नक्सलियों द्वारा आधुनिक हथियार से लैस होकर दो ट्रैक्टर को बीच बाजार में जला दिया गया था एवं स्थानीय लोगों से मोटरसाइकिल छीन लिया गया था। उसने इसका नेतृत्व भी किया था।
इसके अलावा इन नक्सलियों के द्वारा बस्तर में सरकार द्वारा चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियान का भी विरोध किया जा रहा था एवं बंद घोषित कर स्थानीय लोगों से मारपीट भी किया करता था। इसका भी नेतृत्व करने वालों में कमांडर उमेश रविदास सबसे आगे रहता था।सबसे बाद बात नक्सल एरिया कमांडर चिराग दा एवं सिद्धू कोड का वह सहयोगी भी रह चुका है। इनके साथ रहकर इसने कई नक्सल अभियान का हिस्सा रहा है। हालांकि इन दोनों की पूर्व में ही मौत हो चुकी है। मगर उमेश रविदास कई सालों से फरार चल रहा था। उसकी सक्रियता सर्वाधिक नवादा कौवाकोल जमुई वाले पैसेज में हुआ करता था और इसी इलाके का वह नेतृत्व करता था। इसके अलावे पंचायत चुनाव में भी ये भय का माहौल पैदा कर चुनाव को अवरुद्ध किया गया था। उसके ये मुख्य अभियुक्त थे। उस कांड पर भी इन्हें रिमांड पर लिया गया है। 2015 में कौवाकोल में घटना होने के बाद पुलिस के द्वारा प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान तेज भी कर दिया गया था। मगर वह पुलिस से गिरफ्त में नहीं आ रहा था।
इस दौरान सरकार ने उसके ऊपर 50000 का इनाम भी घोषित किया और उसके मूवमेंट को ट्रेस करने की कोशिश की जा रही थी। वर्तमान में नवादा पुलिस को सूचना मिली थी कि वह बिहार से बाहर बंगाल में जाकर काम कर रहा है। हाल फिलहाल में नवादा पुलिस को सूचना मिली कि वह घर आया हुआ है। इसी सूचना के आलोक में एसडीपीओ पकरीबरावां एवं कौवाकोल थाना अध्यक्ष के नेतृत्व में पुलिस दल का एक गठन किया गया और घेराबंदी कर उमेश रविदास को नवादा सदर अस्पताल के समीप से गिरफ्तार कर लिया गया। फिलहाल पुलिस उसके अन्य आपराधिक इतिहास को खंगाल कर और जानकारियां इकट्ठा कर रही है।
नवादा से अमन सिन्हा की रिपोर्ट