Bihar News: राजस्व महा-अभियान में शामिल नहीं होंगे 12 हजार अंचल कर्मचारी, हड़ताल का किया ऐलान, जानिए वजह...

Bihar News: राजस्व विभाग की ओर से राजस्व महा-अभियान चलाया जा रहा है। वहीं महा अभियान के दूसरे दिन ही 12 हजार अंचल कर्मचारियों ने हड़ताल का ऐलान कर दिया है। पढ़िए आगे...

Revenue Maha Abhiyan
Revenue Maha Abhiyan - फोटो : social media

Bihar News: बिहार में जमीन सर्वे के काम को एक महीने के लिए रोककर राजस्व महा-अभियान चलाया जा रहा है। इसी बीच राजस्व कर्मचारियों ने हड़ताल का ऐलान कर दिया है। दरअसल राज्य के 18,000 नियमित और संविदा सरकारी कर्मी हड़ताल पर चले गए हैं। कर्मचारियों ने कहा है कि वो राजस्व महा अभियान में भी शामिल नहीं होंगे। 

हड़ताल पर गए कर्मचारी 

दरअसल, विशेष सर्वेक्षण के लिए संविदा पर नियुक्त 12,000 कर्मी भी शनिवार से हड़ताल पर चले गए हैं। गाँवों में शुरू हुए राजस्व महाभियान में इन कर्मियों की अहम भूमिका बताई जा रही थी। विशेष सर्वेक्षण संविदा कर्मी एवं अभियंता संघ की अध्यक्ष रौशन आरा का कहना है कि हड़ताल के चलते ये कर्मी महाभियान में शामिल नहीं होंगे।

संघ की मुख्य मांगें

विशेष सर्वेक्षण कर्मियों की सेवा नियमित की जाए या 60 वर्ष तक संविदा बढ़ाई जाए। सभी कर्मियों को ESIC कार्ड मिले। EPFO में सरकार की ओर से अंशदान दिया जाए। बता दें कि, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री संजय सरावगी ने बताया कि ज़मीन संबंधी दस्तावेजों में गड़बड़ियां दूर करने और जमाबंदी अपडेट करने के लिए शनिवार से राज्यव्यापी राजस्व महाभियान शुरू किया गया है। इस अभियान के तहत टीमें घर-घर जाकर रैयतों को जमाबंदी की प्रति और आवेदन पत्र उपलब्ध करा रही हैं।

महाभियान की मुख्य तिथियाँ

16 अगस्त से 15 सितंबर तक घर-घर जाकर जमाबंदी प्रति और आवेदन प्रपत्र वितरण। 19 अगस्त से 20 सितंबर तक पंचायत स्तर पर विशेष शिविर, जहां आवेदन जमा करने व ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा सरकार का उद्देश्य है कि किसी नागरिक को दस्तावेज़ सुधार के लिए दफ्तरों का चक्कर न लगाना पड़े। शिविरों में आवेदन जमा करते ही उसका पंजीकरण पोर्टल पर होगा और रैयतों को OTP के माध्यम से आवेदन की स्थिति की सूचना मिलती रहेगी।