Patna Metro: पटना मेट्रो पर लगा ब्रेक ! उद्घाटन के 108 दिन बाद ठप हुआ परिचालन, जानिए क्या है वजह
Patna Metro: पटना मेट्रो पर अचानक ब्रेक लगने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। उद्घाटन के 108 दिन बाद मेट्रो का परिचालन ठप हो गया। इस दौरान मेट्रो स्टेशन पर पहुंचे लोगों में नाराजगी दिखी।
Patna Metro: बिहार की राजधानी पटना में आज से 108 दिन पहले मेट्रो की सेवा शुरु हुई। लेकिन 108 दिन बाद ही मेट्रो सेवा ठप हो गई। मेट्रो का परिचालन करीब साढे़ 18 घंटे से बंद रहा। बताया जा रहा है कि तकनीकी खराबी के कारण मेट्रो का परिचालन ठप हुआ है। हालांकि खराबी दूर किए जाने के बाद गुरुवार शाम 3:30 बजे भूतनाथ स्टेशन से मेट्रो सेवा दोबारा शुरू कर दी गई। जानकारी अनुसार मेट्रो के उद्घाटन के 108 दिनों बाद यह पहली बार है जब सेवा पूरी तरह बाधित हुई।
पटना मेट्रो का परिचालन ठप
बता दें कि, क्रिसमस के मौके पर मेट्रो से सफर करने पहुंचे यात्रियों को इस दौरान निराशा का सामना करना पड़ा। फिलहाल पटना में भूतनाथ, जीरो माइल और न्यू पाटलिपुत्र बस टर्मिनल के बीच ही मेट्रो का परिचालन हो रहा है, ऐसे में सेवा ठप रहने से आम जनजीवन पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ा। पटना मेट्रो का उद्घाटन इसी साल 6 सितंबर को किया गया था और 7 सितंबर से आम यात्रियों के लिए सेवा शुरू हुई थी।
108 दिनों में बाद ठप हुआ परिचालन
7 सितंबर से 23 दिसंबर तक लगातार 108 दिनों तक मेट्रो का निर्बाध संचालन हुआ। हालांकि 109वें दिन बुधवार को सॉफ्टवेयर अपडेट से जुड़ी तकनीकी समस्या के कारण ट्रेन स्टार्ट नहीं हो सकी, जिससे परिचालन रोकना पड़ा। क्रिसमस के दिन बड़ी संख्या में लोग मेट्रो घूमने के उद्देश्य से अलग-अलग स्टेशनों पर पहुंचे थे, लेकिन परिचालन बंद होने की जानकारी मिलने के बाद सैकड़ों यात्रियों को वापस लौटना पड़ा।
नए साल में मेट्रो सेवा का होगा विस्तार
सूत्रों के अनुसार, नए साल 2026 में पटना मेट्रो सेवा का दायरा बढ़ाया जाएगा। जनवरी के अंत तक प्राथमिक कॉरिडोर पर भूतनाथ स्टेशन से मलाही पकड़ी तक मेट्रो ट्रेन चलाने की तैयारी है। इस कॉरिडोर की कुल लंबाई 6.107 किलोमीटर है, जिसमें से फिलहाल लगभग 2.9 किलोमीटर रूट पर ही मेट्रो का संचालन हो रहा है। हालांकि, इस रूट पर खेमनीचक स्टेशन पर अभी मेट्रो का ठहराव नहीं होगा, क्योंकि स्टेशन का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो सका है। मेट्रो प्रबंधन के अनुसार, तकनीकी खामियों को दूर कर भविष्य में ऐसी स्थिति से बचने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।