Smuggled turtles recovered - ट्रेन में बैग में भरकर ले जा रहे थे संरक्षित घोषित जिंदा कछुआ, रेल पुलिस ने फेल किया तस्करी का प्लान, वन विभाग भी आया एक्शन में

Patna - रविवार देर रात 13006 अमृतसर-हावड़ा मेल एक्सप्रेस में एक विशेष टीम द्वारा चलाए गए चेकिंग अभियान के दौरान पटना साहिब और फतुहा के बीच स्लीपर कोच के शौचालय के पास दो लावारिस बैग मिले। जब टीम ने यात्रियों से उन बैगों के बारे में पूछा, तो सभी ने अपनी अनभिज्ञता जाहिर की। बैग खोलने पर टीम के होश उड़ गए। एक बैग में जहां 22 ज़िंदा कछुए (छोटे-बड़े सभी शामिल) भरे हुए थे, वहीं दूसरे बैग में 7 लीटर विदेशी शराब बरामद हुई।
बिहार में कछुए एक संरक्षित प्रजाति हैं और उन्हें वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 के तहत विशेष सुरक्षा प्राप्त है। इस अधिनियम के तहत, कछुओं को पकड़ना, बेचना, पालतू बनाना या उनका मांस खाना पूरी तरह से गैरकानूनी है। इसका उल्लंघन करने पर वन विभाग द्वारा कड़ी कार्रवाई की जाती है।
फतुहा जीआरपी प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि अमृतसर-हावड़ा मेल से लावारिस हालत में 22 ज़िंदा कछुए और 7 लीटर विदेशी शराब मिली है। यह एक गंभीर मामला है। इन कछुओं को कहां से लाया जा रहा था और इनका आगे क्या किया जाना था, साथ ही शराब की तस्करी में कौन लोग शामिल हैं, इसकी गहन जांच की जा रही है।" उन्होंने आगे कहा कि शुरुआती जांच में ऐसा लग रहा है कि तस्कर टीम को देखकर बैग छोड़कर फरार हो गए। जीआरपी ने मामला दर्ज कर लिया है और आगे की कानूनी प्रक्रिया में जुट गई है। इस मामले में वन्यजीव विभाग को भी सूचित कर दिया गया है।
Report - rajnish