बिहार में तबाही मचाएगा ‘मोन्था’! 10 जिलों में झमाझम बारिश, मौसम विभाग की बड़ी चेतावनी

चक्रवात मोन्था का असर बिहार के कई जिलों में देखा जा रहा है. किसानों से लेकर आम लोगों के लिए मौसम विभाग ने बड़ी चेतावनी जारी की है.

Montha
Montha- फोटो : news4nation

Montha cyclone : बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवाती तूफान ‘मोन्था’ (Cyclone Montha) अब बिहार की ओर बढ़ रहा है और इसका असर राज्य में दिखना शुरू हो गया है। मंगलवार रात से ही पटना सहित राज्य के कई हिस्सों में मौसम बदल गया है। बुधवार सुबह तक पटना, गोपालगंज, आरा, नालंदा, सुपौल, भागलपुर, छपरा, लखीसराय और समस्तीपुर में हल्की बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के लिए ‘हेवी रेन’ और तेज हवाओं का अलर्ट जारी किया है।


भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, चक्रवात मोन्था मंगलवार को आंध्र प्रदेश तट से टकरा चुका है और अब यह उत्तर–उत्तर पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है। जब यह बिहार की सीमा में पहुंचेगा, तब तक यह कमजोर होकर एक ‘लो-प्रेशर एरिया’ (निम्न दबाव क्षेत्र) का रूप ले लेगा। इसके बावजूद, इसके प्रभाव से 30 और 31 अक्टूबर को राज्य के कई जिलों में झमाझम बारिश होने की संभावना है। साथ ही, 30–40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं और कहीं-कहीं बिजली गिरने की घटनाएं भी हो सकती हैं।


थाइलैंड ने दिया नाम ‘मोन्था’

इस चक्रवात का नाम थाइलैंड ने दिया है, जिसका अर्थ होता है ‘सुगंधित फूल’ (Fragrant Flower)। हालांकि, इस बार यह ‘सुगंध’ बारिश और तूफानी हवाओं की नमी के साथ बिहार तक पहुंच रही है। बंगाल की खाड़ी से उठे इस सिस्टम ने पहले दक्षिण भारत, फिर झारखंड और पश्चिम बंगाल के कई जिलों में असर दिखाया है।


किसानों को सतर्क रहने की सलाह

मौसम विभाग ने किसानों को विशेष चेतावनी जारी की है। कहा गया है कि जो खरीफ फसलें (विशेषकर धान) तैयार हैं, उनकी कटाई जल्द पूरी कर लें और अनाज को सुरक्षित स्थानों पर रख दें। खुले मैदान या आंगनों में रखे धान और गेहूं को प्लास्टिक या तिरपाल से ढक दें ताकि बारिश से नुकसान न हो।


विभाग ने लोगों को भी सलाह दी है कि इस दौरान बिजली गिरने या तेज हवा के समय खुले स्थानों में न रहें और घरों से अनावश्यक बाहर निकलने से बचें। विशेषज्ञों के मुताबिक, मोन्था का असर बिहार में 31 अक्टूबर तक रहेगा, जिसके बाद मौसम सामान्य होने की संभावना है।