पटना मेट्रो लेकर बड़ा अपडेट PMCH तक दूसरी टनल भी तैयार,स्टेशन के आंतरिक ढाँचे का जल्द निर्माण शुरू
पटना मेट्रो निर्माण एजेंसी ने पीएमसीएच स्टेशन तक अपनी दूसरी टनल का निर्माण कार्य पूरा कर लिया है, जल्द ही स्टेशन के आंतरिक ढाँचे का निर्माण शुरू होगा
बिहार की राजधानी पटना में मेट्रो प्रोजेक्ट का काम तेज़ी से चल रहा है और इसके विस्तार को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। पटना मेट्रो निर्माण एजेंसी ने पीएमसीएच (PMCH) स्टेशन तक अपनी दूसरी टनल का निर्माण कार्य पूरा कर लिया है, जिससे भूमिगत कॉरिडोर के निर्माण को काफी रफ़्तार मिलेगी। यह उपलब्धि इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह वहीं सेक्शन है, जहाँ एक धार्मिक स्थल के कारण टनल बोरिंग मशीन (TBM) का काम कुछ समय के लिए रोकना पड़ा था।
धार्मिक स्थल के कारण आई बाधा, फिर मिली गति
पटना मेट्रो के विस्तार के तहत 1480 मीटर लंबे अंडरग्राउंड सेक्शन में दो टनल बनाई गई हैं। पहली टनल का काम 10 नवंबर को पूरा हो गया था, जबकि दूसरी टनल का काम अब जाकर संपन्न हुआ है। दूसरी टनल का काम समय से पूरा हो सकता था, लेकिन राधा-कृष्ण मंदिर के नीचे खुदाई करने को लेकर स्थानीय लोगों ने विरोध किया था। इस विरोध के कारण मेट्रो निर्माण एजेंसी को कुछ समय के लिए काम रोकना पड़ा था। बाद में टनल निर्माण का मार्ग बदला गया और डायवर्जन बनाकर करीब 230 मीटर के इस सबसे कठिन हिस्से में सफलतापूर्वक काम पूरा किया गया।
संवेदनशील इलाके में सुरक्षा और सफाई का काम
पीएमसीएच क्षेत्र टनल के लिए काफी संवेदनशील इलाका माना जाता है, क्योंकि यहाँ आसपास रिहायशी इमारतें, अस्पताल, धार्मिक स्थल और व्यस्त ट्रैफिक है। निर्माण एजेंसी ने अत्यधिक सावधानी के साथ टनल का काम पूरा किया है। अब टनल का पूरा काम हो जाने के बाद अंदर लगी मशीनों को निकालने का काम शुरू होगा। इसके बाद पीएमसीएच से गांधी मैदान तक बनी टनल की सफाई और सुरक्षा जाँच की जाएगी। इस महत्वपूर्ण सुरक्षा और फिनिशिंग कार्य को पूरा होने में लगभग 6 से 7 महीने का समय लग सकता है।
स्टेशन के आंतरिक ढाँचे का निर्माण जल्द शुरू
टनल का काम पूरा होने के बाद अब अगला चरण पीएमसीएच स्टेशन के अंदरूनी ढाँचे का निर्माण है। जानकारी के मुताबिक, इस स्टेशन के आंतरिक निर्माण का काम जनवरी से शुरू हो जाएगा। दोनों टनल के सफलतापूर्वक निर्माण से पटना मेट्रो के भूमिगत कॉरिडोर को एक बड़ी सफलता मिली है, जो राजधानी के व्यस्ततम क्षेत्रों में निर्बाध मेट्रो सेवा शुरू करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।