Bihar Vidhansabha Election: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग की खास तैयारी, जानिए क्या है 'मिशन-60'

Bihar Vidhansabha Election: बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारी तेज है। इसी कड़ी में चुनाव आयोग ने मिशन 60 की शुरुआत की है। चुनाव आयोग का मिशन-60 क्या है आइए जानते हैं....

चुनाव आयोग
चुनाव आयोग का मिशन-60 - फोटो : social media

Bihar Vidhansabha Election:  बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एक ओर जहां सभी पार्टी  तैयारी में जुट गई है। तो वहीं दूसरी ओर चुनाव आयोग भी तैयारी में लगी हुई है। इसी कड़ी में प्रदेश में मतदाता जागरुकता अभियान भी चलाया जा रहा है। अक्टूबर या नवंबर में चुनाव हो सकते हैं ऐसे में मतदाता जागरूकता अभियान तेज हो गया है। मतदान प्रतिशत बढ़ाने के उद्देश्य से निर्वाचन आयोग ने 'मिशन-60' की शुरुआत की है। इस अभियान के तहत प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के उन 60 बूथों की पहचान की जाएगी, जहां पिछली बार 60 प्रतिशत से कम मतदान हुआ था।

चुनाव आयोग का मिशन 60 

इन चिह्नित बूथों के मतदाताओं को स्वीप गतिविधियों के जरिए जागरूक किया जाएगा। इसका उद्देश्य इन क्षेत्रों में मतदान प्रतिशत को राष्ट्रीय औसत तक पहुंचाना है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीईओ) के कार्यालय की ओर से सभी जिलों के मीडिया नोडल और स्वीप नोडल अधिकारियों को अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए निर्देश दिए गए हैं। इसके तहत स्थानीय स्तर पर रैलियां, सांस्कृतिक कार्यक्रम, नुक्कड़ नाटक, डिजिटल अभियान और जनसंपर्क के माध्यम से लोगों को मतदान के प्रति जागरूक किया जाएगा।

निर्वाचन विभाग की समीक्षा बैठक

दरअसल, शनिवार को निर्वाचन विभाग के सभागार में स्वीप योजनाओं की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता विभागीय सचिव माधव कुमार सिंह ने की। इस दौरान भारत निर्वाचन आयोग के सचिव संतोष कुमार और मीडिया प्रभाग के सहायक निदेशक अपूर्व कुमार भी मौजूद रहे। संतोष कुमार ने राज्य के कम मतदान वाले जिलों में मतदान प्रतिशत कम रहने के कारणों की समीक्षा की और अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि मतदाता जागरूकता के लिए प्रभावी रणनीति अपनाई जाए। उन्होंने कहा कि जागरूकता बढ़ेगी तो लोकतंत्र की मजबूती भी सुनिश्चित होगी।

राष्ट्रीय औसत तक पहुंचाना है वोटिंग प्रतिशत

भारत निर्वाचन आयोग के सहायक निदेशक अपूर्व कुमार ने कहा कि बिहार में वोटर टर्नआउट को राष्ट्रीय औसत तक पहुंचाना प्राथमिक लक्ष्य है। इसके लिए उन्होंने कई दिशा-निर्देश भी दिए और बताया कि जल्द ही विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (एसएसआर) की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी, जिससे मतदाता सूची को अद्यतन करने में मदद मिलेगी।