Bihar School Board Examination 2025: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) ने मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2025 के लिए सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं। बोर्ड ने घोषणा की है कि जो परीक्षार्थी परीक्षा केंद्र पर देर से पहुंचकर चहारदिवारी फांदकर या अवैध तरीके से प्रवेश करने का प्रयास करेंगे, उन्हें दो वर्ष के लिए निष्कासित किया जाएगा। यह निर्देश बिहार के सभी जिलों को भेजा गया है, जिसमें परीक्षा के दौरान जूता-मोजा पहनकर प्रवेश करने पर भी प्रतिबंध लगाया गया है।
चहारदिवारी फांदने पर होगी सख्त कार्रवाई
बिहार बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि अगर कोई परीक्षार्थी परीक्षा केंद्र में चहारदिवारी फांदकर या अन्य अवैध तरीके से प्रवेश करता है, तो उसे क्रिमिनल ट्रेसपास की श्रेणी में रखा जाएगा। इसके अलावा, ऐसे परीक्षार्थियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी और उन्हें दो साल तक परीक्षा में बैठने से निष्कासित कर दिया जाएगा। साथ ही, अगर कोई केंद्राधीक्षक ऐसे परीक्षार्थियों को परीक्षा में बैठने की अनुमति देते हैं, तो उनके खिलाफ भी निलंबन की कार्रवाई की जाएगी।
जूता-मोजा पहनकर प्रवेश पर रोक
समिति ने परीक्षा के दौरान जूता-मोजा पहनकर आने पर रोक लगा दी है। परीक्षार्थियों को चप्पल पहनकर ही परीक्षा केंद्र में प्रवेश की अनुमति होगी। यह कदम परीक्षा में कदाचार रोकने के प्रयासों का हिस्सा है। इस निर्देश में किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं किया गया है, और इसे सख्ती से लागू किया जाएगा।
परीक्षा केंद्र में प्रवेश के समय पर कड़ी निगरानी
बिहार बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि परीक्षार्थियों को परीक्षा शुरू होने से एक घंटा पहले केंद्र में प्रवेश करना होगा। प्रथम पाली की परीक्षा के लिए सुबह 8:30 बजे और दूसरी पाली के लिए दोपहर 1 बजे से प्रवेश की अनुमति होगी। परीक्षा केंद्र के प्रवेश द्वार परीक्षा शुरू होने से 30 मिनट पहले बंद कर दिए जाएंगे। यानी, पहली पाली के लिए सुबह 9 बजे और दूसरी पाली के लिए 1:30 बजे तक ही परीक्षार्थी परीक्षा भवन में प्रवेश कर पाएंगे।
15 लाख से अधिक छात्र होंगे शामिल
इस वर्ष मैट्रिक वार्षिक परीक्षा में लगभग 15 लाख 81 हजार 079 परीक्षार्थी शामिल होंगे। परीक्षा 17 फरवरी से 25 फरवरी के बीच दोनों पालियों में आयोजित की जाएगी।