Bihar Election 2025: गया में चुनावी पोस्टर के पीछे छिपा तस्करी का खेल! जीतन राम मांझी की पार्टी से कनेक्शन
Bihar Election 2025: गया जिले में चुनावी माहौल के बीच सामने आई यह शराब तस्करी की घटना चुनाव आयोग और पुलिस प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती साबित हुई है।
Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दौरान गया जिले से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है। इमामगंज विधानसभा क्षेत्र से हम पार्टी की उम्मीदवार दीपा मांझी के नाम और फोटो से सजी एक पिकअप वैन से पुलिस ने विदेशी शराब की बड़ी खेप जब्त की है। यह कार्रवाई गुरारू थाना क्षेत्र के बगडीहा रेलवे गुमटी के पास की गई, जहां से दो लोगों को मौके पर ही गिरफ्तार किया गया।
गया में चुनावी पोस्टर के पीछे छिपा तस्करी का खेल
पुलिस की टीम को गुरारू इलाके में संदिग्ध रूप से चल रही एक गाड़ी की जानकारी मिली थी। जांच के दौरान जब पिकअप को रोका गया, तो उस पर दीपा मांझी के प्रचार पोस्टर लगे मिले। पुलिस ने तलाशी ली तो वाहन से 17 कार्टन विदेशी शराब बरामद हुई। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों की पहचान साकेत कुमार और राहुल दास के रूप में हुई है, जो गया जिले के आमस थाना क्षेत्र के रहने वाले बताए जा रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि साकेत कुमार के खिलाफ पहले भी शराब तस्करी का मामला दर्ज है।
पुलिस जांच में सामने आया तस्करों का चालाक तरीका
गया के एसडीपीओ सुशांत कुमार चंचल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने यह स्वीकार किया कि उन्होंने पुलिस को धोखा देने के लिए गाड़ी पर दीपा मांझी का चुनावी पोस्टर लगाया था। उनका मकसद था कि वाहन को चुनावी प्रचार गाड़ी समझकर पुलिस उसकी जांच न करे।अधिकारी ने साफ कहा कि यह एक सोची-समझी योजना थी, जिसमें प्रत्याशी का नाम केवल सुरक्षा कवच के रूप में इस्तेमाल किया गया।
उम्मीदवार या पार्टी से कोई संबंध नहीं
पुलिस ने जांच के बाद स्पष्ट किया है कि इस घटना में न तो दीपा मांझी का और न ही उनकी पार्टी का कोई प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष संबंध है। निर्वाचन अधिकारी ने भी पुष्टि की है कि इस वाहन को किसी भी राजनीतिक प्रचार के लिए अधिकृत अनुमति नहीं दी गई थी। प्रशासन ने इस घटना को केवल आपराधिक गतिविधि के रूप में देखा है।
SIT ने की कार्रवाई, दो और तस्कर फरार
गया के एसएसपी आनंद कुमार ने घटना की गंभीरता को देखते हुए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) बनाई। टीम ने गाड़ी के रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर जांच की और दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि इस गिरोह में दो और तस्कर शामिल हैं, जिनकी तलाश जारी है।SIT इस बात की भी जांच कर रही है कि शराब की यह खेप कहां से आई और इसे चुनावी माहौल में किस उद्देश्य से लाया जा रहा था।