Jitan Ram Manjhi: बिहार में चुनाव से पहले शुरू हुई जुबानी जंग! जीतन राम मांझी ने तेजस्वी यादव पर कसा तंज, कहा-'उन्हें तो महागठबंधन ने लॉलीपॉप...'
बिहार चुनाव को लेकर महागठबंधन की बैठक में तेजस्वी यादव को समन्वयक बनाया गया। जीतन राम मांझी ने तंज कसते हुए इसे ‘लॉलीपॉप’ बताया।

Jitan Ram Manjhi: बिहार की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर महागठबंधन की तैयारियां जोरों पर हैं। बीते गुरुवार (17 अप्रैल) को पटना स्थित राजद कार्यालय में गठबंधन के सहयोगी दलों की बैठक हुई, जिसमें तेजस्वी यादव को राज्य स्तरीय समन्वय समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
हालांकि, इस नियुक्ति पर केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के संरक्षक जीतन राम मांझी ने व्यंग्यात्मक टिप्पणी करते हुए कहा, “तेजस्वी को पीएम फेस या सीएम कैंडिडेट नहीं, सिर्फ समन्वयक बनाया गया है। ये तो सिर्फ लॉलीपॉप है।”
“हर कोई बनना चाहता है मुख्यमंत्री”: मांझी का करारा वार
जीतन राम मांझी ने आगे कहा कि महागठबंधन में एकता का अभाव है। उन्होंने कहा कि हर कोई मुख्यमंत्री बनना चाहता है। महागठबंधन की बैठक में यह साफ नहीं किया गया कि तेजस्वी यादव ही मुख्यमंत्री का चेहरा होंगे।उन्होंने महागठबंधन की पिछली बैठक की याद दिलाते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले भी समन्वयक बनाया गया था लेकिन उसका कोई ठोस राजनीतिक परिणाम नहीं निकला।
एनडीए में कुर्सी नहीं, विकास की लड़ाई: मांझी
मांझी ने एनडीए की तुलना महागठबंधन से करते हुए कहा कि एनडीए में कुर्सी की नहीं, विकास की लड़ाई होती है। उन्होंने दोहराया कि एनडीए 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगा और यह तय करने के लिए बैठक की जाएगी कि किस दल को कितनी सीटें मिलेंगी।उन्होंने एक बार फिर नीतीश कुमार को एनडीए का नेता बताते हुए कहा कि एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही विधानसभा चुनाव लड़ेगा।
तेजस्वी की अध्यक्षता में बनी 13 सदस्यीय समिति
महागठबंधन की बैठक में 13 सदस्यीय समन्वय समिति का गठन किया गया है, जिसकी अध्यक्षता तेजस्वी यादव करेंगे। इस समिति में महागठबंधन के सभी छह घटक दलों – राजद, कांग्रेस, भाकपा माले, भाकपा, माकपा और वीआईपी – से दो-दो प्रतिनिधि शामिल किए जाएंगे।समिति की मुख्य जिम्मेदारियां होंगी, जिसमें सीटों की साझेदारी तय करना,न्यूनतम साझा कार्यक्रम तैयार करना,चुनावी घोषणा पत्र का निर्माण करना शामिल है। गठबंधन की अगली बैठक 24 अप्रैल को प्रस्तावित है, जिसमें सीटों की साझेदारी पर ठोस बातचीत की जाएगी।