PATNA : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रगति यात्रा ने बिहार में विकास और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त कर दिया है। इस प्रगति यात्रा के माध्यम से बिहार को 50000 करोड़ रुपए की लागत वाली विभिन्न विकास योजनाओं की सौगात मिली है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दक्षिण बिहार की जिलों में की गई सभी घोषणाओं से संबंधित 30 हजार करोड़ की 243 योजनाओं को मंजूरी दी गई है। इनमें से 123 को विभाग के स्तर पर और 120 योजनाओं को आज मंत्री परिषद के स्तर पर मंजूर किया गया है।
बताते चलें, इससे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की उत्तर बिहार के जिलों में प्रगति यात्रा के क्रम मे की गई घोषणाओं से संबंधित 20 हजार करोड़ रुपए की लागत वाली कुल 187 योजनाओं को मंजूर किया चुका है। इनमें से 67 योजनाएं विभाग के स्तर पर और 120 योजनाओं को दिनांक 4.02.25 को मंत्री परिषद के स्तर पर मंजूर किया गया था। इस पर प्रकार प्रगति यात्रा के दौरान की गई घोषणाओं को जमीनी स्तर पर उतारने हेतु 50 हजार करोड़ के लागत वाली 430 योजनाओं को अपनी मंजूरी दी है। इनमें से 190 योजनाओं को विभाग के स्तर पर और 240 योजनाओं को मंत्री परिषद के स्तर पर मंजूर किया गया है।
मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा के दौरान प्रदेश को ऐतिहासिक समृद्धि तोहफा मिला है। इस क्रम में मंगलवार को हुई मंत्री परिषद की बैठक में प्रदेश की तरक्की की कुल 120 योजनाओं को स्वीकृत किया गया। इनमें ऊर्जा विभाग की 5, पर्यावरण, वन्य एवं जलवायु परिर्वतन विभाग की 1, उद्योग विभाग की 2, लघु जल संसाधन विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग और लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग की एक, एक योजना को स्वीकृत किया गया। इस प्रकार ग्रामीण कार्य विभाग की 4, पथ निर्माण विभाग की 64, खेल विभाग की 4, नगर विकास एवं आवास विभाग की 6, जल संसाधन विभाग 16, पर्यटन विभाग की 4, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की 5, स्वास्थ्य विभाग की 5 और मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग की 1 योजना को मंजूरी दी गई है। इस प्रकार मंत्री परिषद ने कुल 120 योजनाओं पर अपनी मोहर लगाई। मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा से प्रदेश को 7 मेडिकल कॉलेज, 9 डिग्री कॉलेज, 14 स्पोट्स कॉम्प्लेक्स 24 धार्मिक स्थल, 9 पावर ग्रिड, 6 नालियों की उड़ाही, 8 उद्योग विस्तार, 7 अटल कला भवन और पथ पुल निर्माण से संबंधित 189 योजनाओं की सौगात मिली है।