Bihar Politics : सुशासन से समावेशी विकास तक, नीतीश कुमार के नेतृत्व में बदला बिहार: डॉ मधुरेंदु पांडेय

Bihar Politics : जद (यू) मीडिया पैनलिस्ट डॉ मधुरेंदु पांडेय ने कहा की सुशासन से समावेशी विकास तक, नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार बदला है......पढ़िए आगे

Bihar Politics : सुशासन से समावेशी विकास तक, नीतीश कुमार के
बिहार का विकास - फोटो : SOCIAL MEDIA

PATNA : जद (यू) मीडिया पैनलिस्ट डॉ मधुरेंदु पांडेय ने सोशल संवाद करते हुए कहा कि आज का बिहार उस दौर से बिल्कुल अलग है जब सड़कों की बदहाली, अपराध और अराजकता राज्य की पहचान बन चुके थे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संकल्प, नेतृत्व और निरंतर प्रयासों से बिहार ने सुशासन, कानून के राज और समावेशी विकास की एक नई मिसाल कायम की है।  शिक्षा और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का योगदान ऐतिहासिक है। लड़कियों के लिए साइकिल योजना, पोशाक योजना, छात्रवृत्तियों में वृद्धि और सरकारी स्कूलों के व्यापक कायाकल्प ने सामाजिक बदलाव की मजबूत नींव रखी। आज बिहार की बेटियाँ डॉक्टर, इंजीनियर, प्रशासनिक अधिकारी बनकर हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। पंचायती राज में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देकर उन्हें निर्णय प्रक्रिया का सशक्त भागीदार बनाया गया। जीविका स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से लाखों बहनों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाया गया, जो नारी सम्मान और सशक्तिकरण का जीवंत उदाहरण है।

उन्होंने कहा कि बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में बिहार ने अभूतपूर्व प्रगति की है। मजबूत सड़कों, पुलों और संपर्क मार्गों का जाल बिछा है। हर घर तक बिजली पहुँची है और नल-जल योजना से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया गया है। जहाँ कभी अंधेरा और अलगाव था, आज वहाँ रोशनी, संपर्क और अवसर हैं। गाँवों को शहरों से और किसानों को बाजार से जोड़ा गया है, ताकि विकास का लाभ सीधे आम जनता तक पहुँचे। नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य में स्वास्थ्य क्रांति आई है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों की संख्या और सेवाओं की गुणवत्ता में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। मेडिकल कॉलेजों की संख्या दोगुनी हो चुकी है और हर जिले में मेडिकल कॉलेज स्थापित करने की दिशा में ठोस कदम उठाए गए हैं। अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर सदर अस्पतालों और बड़े अस्पतालों तक डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मियों की व्यापक बहाली हुई है, जिससे नागरिकों को बेहतर और सुलभ स्वास्थ्य सेवाएँ मिल रही हैं।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में “सात निश्चय–भाग तीन” की शुरुआत हो चुकी है, जो 2025 से 2030 तक बिहार को विकसित राज्यों की श्रेणी में ले जाने का रोडमैप है। इसके तहत एक करोड़ युवाओं को नौकरी और रोजगार, महिलाओं को स्वरोजगार के लिए सहायता, उद्योगों को बढ़ावा तथा कृषि और बुनियादी ढांचे में नई क्रांति लाई जाएगी। युवा रोजगार एवं कौशल, उच्च शिक्षा और नगर विमानन जैसे नए विभाग गठित किए गए हैं ताकि युवाओं का भविष्य सुरक्षित हो और बिहार आत्मनिर्भर बने।

औद्योगिक विकास के लिए बिहार को इंडस्ट्री हब बनाने का ठोस ब्लूप्रिंट तैयार किया गया है। अगले पाँच वर्षों में 50 लाख करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य रखा गया है, जिससे अर्थव्यवस्था कई गुना मजबूत होगी। पुराने औद्योगिक क्षेत्रों का पुनर्जीवन, नए फूड प्रोसेसिंग, टेक्सटाइल हब, स्टार्टअप इकोसिस्टम और एमएसएमई सेक्टर का विस्तार होगा। 25 नई चीनी मिलों की स्थापना और पुरानी मिलों के पुनरुद्धार से कृषि आधारित उद्योगों में लाखों रोजगार सृजित होंगे। बिहार इंडस्ट्रियल इन्वेस्टमेंट प्रमोशन पैकेज 2025 के तहत निवेशकों को प्रोत्साहन दिया जा रहा है, वहीं आईटी और रिन्यूएबल एनर्जी जैसे नए क्षेत्रों में भी तेज़ी से प्रगति होगी।