उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी में बड़ी टूट! परिवारवाद के आरोप में प्रदेश अध्यक्ष समेत 8 बड़े नेताओं का इस्तीफा
राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) में बगावत शुरू हो गई है। पार्टी के व्यावसायिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अनंत कुमार गुप्ता सहित 8 प्रमुख नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है। नेताओं का आरोप है कि उपेंद्र कुशवाहा ने पार्टी को 'परिवारवाद' का अड्डा बना दिया है।
Patna - बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों के बाद राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) में बगावत शुरू हो गई है। पार्टी के व्यावसायिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अनंत कुमार गुप्ता सहित 8 प्रमुख नेताओं ने इस्तीफा दे दिया है। नेताओं का आरोप है कि उपेंद्र कुशवाहा ने पार्टी को 'परिवारवाद' का अड्डा बना दिया है।
बेटे को मंत्री और पत्नी को विधायक बनाने पर भड़के नेता
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को चार सीटों पर सफलता मिली। इस जीत के साथ ही कुशवाहा की पत्नी स्नेहलता विधायक बनीं और उनके बेटे को कैबिनेट में मंत्री पद मिल गया। परिवार में आई इस 'दोहरी खुशी' ने पार्टी के पुराने और वफादार नेताओं में नाराजगी भर दी है। नेताओं का कहना है कि जिस 'परिवारवाद' का विरोध कर पार्टी बनी थी, आज वह खुद उसी राह पर चल पड़ी है।
इन 8 दिग्गज नेताओं ने छोड़ा साथ
गुरुवार, 25 दिसंबर 2025 को व्यावसायिक प्रकोष्ठ के इन नेताओं ने एक साथ इस्तीफा देकर कुशवाहा को बड़ा झटका दिया। इस्तीफा देनेवालों में अनंत कुमार गुप्ता (प्रदेश अध्यक्ष, व्यावसायिक प्रकोष्ठ), उमेश प्रसाद (वरीय प्रदेश उपाध्यक्ष), शिवचंद्र प्रसाद (उपाध्यक्ष), मोहनलाल (उपाध्यक्ष), अजय कुमार बिट्टू (मीडिया प्रभारी सह प्रवक्ता), गोपाल जी प्रसाद (महासचिव), बासुकीनाथ गुप्ता (जिलाध्यक्ष, गोपालगंज), शशि किशोर साह (जिलाध्यक्ष, पटना पूर्वी) शामिल हैं।
'सिद्धांतों से भटक चुकी है पार्टी'
इस्तीफा देने के बाद अनंत कुमार गुप्ता ने मीडिया से कहा, "एक सप्ताह पहले ही प्रदेश कमेटी भंग कर दी गई थी। जिस विचारधारा को देखकर हम पार्टी में आए थे, वह अब खत्म हो चुकी है। स्वाभिमान से समझौता कर पार्टी में बने रहना अब संभव नहीं है।" वहीं, शिवचंद्र प्रसाद ने सीधा हमला बोलते हुए कहा कि पार्टी अब आरजेडी की तरह परिवारवाद का शिकार हो गई है।
बता दें कि पार्टी के तीन विधायक पहले से ही उपेंद्र कुशवाहा से नाराज चल रहे हैं। तीनों विधायक उपेंद्र कुशवाहा द्वारा दी गई लिट्टी पार्टी में भी गैरमौजूद रहे। साथ ही आज वह भाजापा के कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नवीन से भी मिलने पहुंचे थे। जिसके बाद तीनों विधायक के रालोमो छोड़ने की चर्चा शुरू हो गई।