Bihar News: बिहार में आसमानी आफत, वज्रपात से 9 लोगों की मौत, कई झुलसे, मची चित्कार
Bihar News: बिहार में भले की मानसून की सक्रियता कम देखी गई है। लेकिन ठनका ने प्रदेश में कई लोगों की जान ले ली है। वज्रपात से 9 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है।

Bihar News: बिहार में रविवार को मौसम ने जमकर कहर बरपाया। अलग-अलग जिलों में वज्रपात (ठनका) की घटनाओं में 9 लोगों की मौत हो गई, जबकि 6 लोग गंभीर रूप से झुलस गए। सबसे ज्यादा असर बांका जिले में देखा गया, जहां चार लोगों की जान चली गई। बांका जिले में वज्रपात की चार घटनाएं हुईं। अमरपुर के बाजा गांव में धान का बिचड़ा डालने गए अनिल यादव (50) पर ठनका गिरा, जिससे उनकी मौत हो गई। फुल्लीडुमर में एक महिला की तो बांका थाना क्षेत्र में 12 साल की बच्ची और बेलहर के चैती गांव में पशुपालक विजय यादव (52) की भी मौके पर ही मौत हो गई।
गया में वज्रपात का कहर
बेलहर के विष्णुनगर में खेत में काम कर रहे सिकंदर पंडित (48) झुलस गए। वहीं कांवरिया पथ पर ठनका गिरने से सीवान जिले के 12 वर्षीय कांवरिया बंटी कुमार घायल हो गया। गया जिले के बाराचट्टी में बाइक सवार विकेश कुमार और अंकित कुमार की वज्रपात से मौत हो गई। इनके साथ बाइक पर बैठे वकील मांझी, जो विकेश के बहनोई हैं, झुलस गए। अतरी के तहबल बिगहा गांव में खेत में काम कर रहे 60 वर्षीय रूपलाल यादव की भी मौत हो गई।
पेड़ के नीचे खड़ी किशोरियों पर गिरा ठनका
वहीं नालंदा जिले के नूरसराय थाना क्षेत्र के अजनौरा गांव में मूंग तोड़ने खेत में गए श्याम किशोर प्रसाद (60) की जान चली गई। वैशाली जिले के बिदुपुर के चकमसुद गांव में आम चुनने गई दो किशोरियां पेड़ के नीचे बारिश से बच रही थीं तभी वज्रपात हुआ। इसमें मुस्कान कुमारी (14) की मौत हो गई जबकि अंकिता कुमारी (11) गंभीर रूप से झुलस गई।
प्रशासन ने जारी की चेतावनी
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में और भी वज्रपात की आशंका जताई है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि बारिश या आंधी-तूफान के समय पेड़ों के नीचे खड़े न हों, खुले खेतों में काम से बचें और सुरक्षित जगहों पर रहें। यह हादसे याद दिलाते हैं कि सावधानी ही इस प्राकृतिक आपदा से बचने का सबसे बड़ा उपाय है।