बिहार एसटीएफ ने मोकामा से कुख्यात गिरधारी सिंह को किया गिरफ्तार, हत्या, अपरहण के दो दर्जन से अधिक मामलों में रहा है संलिप्त
सीपीडब्लूडी कार्यालय पटना में हुई ठेकेदार वसंत सिंह की हत्या मामले में बिहार एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मोकामा से कुख्यात गिरधारी सिंह को गिरफ्तार किया है. उसके खिलाफ करीब दो दर्जन मामले दर्ज हैं.

Bihar STF: बिहार एसटीएफ ने हत्या से जुड़े एक मामले में कुख्यात गिरधारी सिंह को पटना के मोकामा से गिरफ्तार किया है. गिरधारी सिंह के खिलाफ पहले से ही दो दर्जन से अधिक हत्या, अपहरण आदि के मामले दर्ज हैं. वह पिछले कई वर्ष से जमानत पर बाहर था. हालांकि इस बार उसे बिहार एसटीएफ ने मोकामा थाना की पुलिस के साथ मिलकर वर्ष 2011 में पटना में हुए मोकामा के रहने वाले ठेकेदार वसंत सिंह की हत्या से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया है.
पटना के शास्त्रीनगर थाना से जुड़े संवेदक वसंत सिंह हत्या मामले में लंबे अरसे तक चले पुलिस जांच के बाद गिरधारी सिंह का नाम आरोपित के रूप में जोड़ा गया था. मोकामा के सकरवार टोला वार्ड नम्बर 17 निवासी घनश्याम सिंह के पुत्र गिरधारी सिंह के खिलाफ कोर्ट ने वारंट जारी किया था. इसी कारण ठेकेदार वसंत सिंह की हत्या मामले में फरार चल रहे गिरधारी के खिलाफ एसटीएफ ने शिकंजा कसा और उसे गिरफ्तार किया. दरअसल, ठेकेदार वसंत सिंह हत्याकांड में शंभू-मंटू गिरोह का नाम सामने आया था. बाद में अनुसंधान के क्रम में एफआईआर में कुछ अन्य नाम जुड़े जिसमें गिरधारी का नाम भी शामिल रहा.
वर्ष 2011 में हुई थी हत्या
सीपीडब्लूडी कार्यालय पटना में 2011 में मोकामा के वार्ड 10 स्थित नेता जी रोडके रहने वाले संवेदक वसंत सिंह की हत्या कर दी गई थी. परिजनों का आरोप था कि पूरा मामला ठेकेदारी के वर्चस्व को लेकर था. इसमें मोकामा के ही कुछ लोगों पर षड्यंत्र रचने का आरोप लगा था. इसी में अब गिरधारी सिंह की गिरफ्तारी हुई है.
कौन है कुख्यात गिरधारी
गिरधारी सिंह का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है. 1990 दशक से ही अपराध के मामलों में उसका नाम आया. मोकामा सहित बिहार के कई जिलों में हत्या, अपहरण, रंगदारी आदि से जुड़े कई मामले गिरधारी सिंह के खिलाफ दर्ज हुए. वह पहले ही कई बार पुलिस की गिरफ्त में जा चुका है और जेल में रह चुका है. माना जाता है कि करीब दो दर्जन जघन्य मामलों में उसका नाम पुलिस थानों में दर्ज है. हालांकि हाल के वर्षों में गिरधारी सिंह को अधिकांश मामलों में जमानत मिल चुकी है. यहां तक कि मोकामा के वार्ड 17 के पार्षद के रूप में पांच बार उसके परिवार के लोग निर्वाचित हुए जिसमें चार बार उसकी भाभी ने चुनाव में परचम लहराया.