Bihar News: बिहार सरकार के द्वारा छात्र-छात्राओं के स्कूली शिक्षा के ओर जागरुक करने के लिए नीतीश सरकार के द्वारा स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। इसके तहत सरकार छात्र-छात्राओं को पढ़ाई के लिए लोन देती है। सरकार के द्वारा जारी आकंड़ों को देखें तो प्रदेश में उच्च शिक्षा के लिए छात्राओं में अधिक दिलचस्पी देखी गई है। स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना में 1.25 लाख लड़कियों ने लोन लिया है। जिसमें सबसे ज्यादा पटना की छात्राएं शामिल हैं।
छात्राओं की उच्च शिक्षा के लिए बढ़ती दिलचस्पी
दरअसल, प्रदेश में बड़ी संख्या में लड़कियां उच्च शिक्षा के लिए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत लोन ले रही हैं। आंकड़ों के अनुसार पिछले छह वर्षों में 1.25 लाख लड़कियों ने इस योजना के तहत लोन के लिए आवेदन किया है, जो कुल प्राप्त आवेदनों का 30 प्रतिशत है। अगस्त 2018 से अब तक राज्य में कुल 4.26 लाख लोन आवेदन प्राप्त हुए हैं। जानकारी अनुसार ये छात्राएं विभिन्न जाति-वर्गों से आती हैं। जिसमें ओबीसी वर्ग की छात्राएं सबसे आगे हैं। लोन लेने वाली छात्राओं में 52,200 से अधिक ओबीसी वर्ग से हैं। इसके अलावा सामान्य वर्ग से 35,200 छात्राएं, ईबीसी वर्ग से 22,800 छात्राएं, एससी वर्ग से 12,700 छात्राएं और एसटी वर्ग से 1,266 छात्राएं शामिल हैं।
13 ट्रांसजेंडर विद्यार्थियों का लोन स्वीकृत
इसके अलावा, 13 ट्रांसजेंडर विद्यार्थियों को भी लोन स्वीकृत किए गए हैं। औसतन प्रति विद्यार्थी 2.96 लाख रुपये के लोन स्वीकृत हुए हैं। अब तक 11,059 करोड़ रुपये के लोन स्वीकृत हो चुके हैं। जिसमें से 6,842 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है, जबकि शेष राशि के भुगतान की प्रक्रिया जारी है।
पटना के बाद मुजफ्फरपुर में सबसे ज्यादा आवेदन
वित्तीय वर्ष 2024-25 में सबसे अधिक लोन आवेदन पटना से प्राप्त हुए हैं, जहां 7,176 छात्रों ने आवेदन किया है। इसके बाद मुजफ्फरपुर से 4,767 आवेदन, पूर्वी चंपारण से 4,231 आवेदन, समस्तीपुर से 4,101 आवेदन, गया से 4,086 आवेदन और वैशाली से 4,059 आवेदन प्राप्त हुए हैं। राज्यभर से इस वर्ष अब तक 90,834 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 8,475 आवेदन विभिन्न कारणों से स्वीकृत किए जा चुके हैं।
लड़कियों को मात्र 1% ब्याज पर लोन
राज्य सरकार द्वारा इंटरमीडिएट के बाद की उच्च शिक्षा के लिए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के तहत 4 लाख रुपये तक के लोन प्रदान किए जाते हैं। खास बात यह है कि लड़कियों को मात्र 1% ब्याज दर पर यह लोन मिलता है, जिससे उच्च शिक्षा तक उनकी पहुंच और आसान हो रही है।