Bihar Weather: बिहार के कई जिलों में आंधी और बारिश का अलर्ट, पटना में लोगों का गर्मी से बुरा हाल, जानिए IMD की चेतावनी

Bihar Weather: मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी की ओर से मानसून तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसका प्रभाव जल्द ही बिहार के अन्य जिलों में भी देखने को मिलेगा।

बारिश
कहीं धूप कहीं बारिश- फोटो : social media

Bihar Weather: बिहार का मौसम इन दिनों बेहद परिवर्तनशील बना हुआ है। कभी धूप और उमस से लोग बेहाल हैं तो कभी अचानक बारिश और तेज आंधी का सामना करना पड़ रहा है। राजधानी पटना में गुरुवार सुबह की शुरुआत उमस भरी गर्मी और चटख धूप के साथ हुई। इस बीच मौसम विभाग ने राज्य के कई जिलों में बारिश और वज्रपात को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है।

मौसम विभाग का पूर्वानुमान

मौसम विभाग के अनुसार, अररिया, किशनगंज, मधुबनी और सुपौल सहित कई जिलों में अगले दो से तीन घंटों के भीतर हल्की बारिश और वज्रपात की संभावना है। साथ ही 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं भी चल सकती हैं। इन संभावनाओं को देखते हुए गुरुवार सुबह ही येलो अलर्ट जारी कर दिया गया है।

मानसून की समय से पहले दस्तक

इस बार मानसून ने समय से पहले भारत में दस्तक दी है। केरल तट को पार करते हुए दक्षिण-पश्चिम मानसून अब ओडिशा के कई हिस्सों तक पहुंच चुका है। अनुमान है कि यह मानसून किशनगंज के रास्ते बिहार में प्रवेश करेगा। मौसम विभाग के अनुसार, देश के 17 राज्यों में मानसून की बारिश शुरू हो चुकी है और बिहार में भी अगले कुछ दिनों में इसका असर दिखने लगेगा।

भारी बारिश की चेतावनी

30 मई को सुपौल, सहरसा, मधेपुरा, खगड़िया, भागलपुर, जमुई और बांका जिलों में भारी बारिश की संभावना है। इस दौरान वज्रपात और 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की आशंका जताई गई है। वहीं 31 मई को किशनगंज, अररिया, सुपौल, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया और कटिहार जिलों में गरज-चमक के साथ भारी वर्षा हो सकती है। इसके बाद मौसम के सामान्य होने की संभावना है, हालांकि कुछ इलाकों में छिटपुट गरज-चमक की गतिविधियां बनी रह सकती हैं।

पटना और दक्षिण बिहार में गर्मी से राहत नहीं

उधर, राजधानी पटना और दक्षिण बिहार के जिलों में बुधवार को भी उमस भरी गर्मी का दौर जारी रहा। सुबह करीब 10 बजे हल्की बूंदाबांदी हुई, लेकिन नमी वाली हवाओं के कारण दिनभर लोग पसीने से तर-बतर होते रहे। हालांकि तापमान के नियंत्रित रहने से कुछ हद तक राहत जरूर रही।