70TH BPSC: BPSC 70वीं प्रारंभिक परीक्षा (PT) को रद्द करने को लेकर पटना हाईकोर्ट में आज यानी 31 जनवरी को अहम सुनवाई होगी। इससे पहले गुरुवार को परीक्षा रद्द करवाने की मांग को लेकर पटना में अभ्यर्थियों ने उग्र प्रदर्शन किया, जो करीब 8 घंटे तक चला। आज कोर्ट अपना फैसला सुनाएगा कि पीटी परीक्षा रद्द होगा या नहीं। बीते दिन पटना में बीपीएससी अभ्यर्थियों ने परीक्षा को रद्द कराने को लेकर भारी हंगामा किया। इस दौरान अभ्यर्थी और पुलिस में झड़प भी हुई। पुलिस ने करीब 350 परीक्षार्थियों पर केस दर्ज किया तो करीब 22 अभ्यर्थी पुलिस हिरासत में हैं। वहीं इस मामले में थोड़ी देर में अहम सुनवाई होने वाली है।
BPSC ने जारी कर दिया है पीटी रिजल्ट
बता दें कि बीपीएससी ने पीटी परीक्षा का रिजल्ट भी घोषित कर दिया है। प्रारंभिक परीक्षा में 328990 अभ्यर्थियों ने हिस्सा लिया था जिसमें कुल 21581 अभ्यर्थी सफल हुए हैं। आयोग ने 45 दिनों में परिणाम जारी कर दिया था। आयोग ने बीपीएससी 70वीं पीटी परीक्षा रद्द करने की मांग के बीच परिणाम की घोषणा की है।
प्रदर्शन के दौरान पुलिस और अभ्यर्थियों में झड़प
मालूम हो कि प्रदर्शन के दौरान तीन बार पुलिस और अभ्यर्थियों के बीच झड़प हुई—पहले BPSC ऑफिस के बाहर, फिर JDU दफ्तर के बाहर और अंत में डाकबंगला चौराहे पर। बीपीएससी अभ्यर्थियों का प्रदर्शन सुबह 11 बजे से शुरू जो देर शाम 7:30 बजे तक चला। बेली रोड स्थित BPSC दफ्तर के सामने पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने की कोशिश की, जिससे पुलिस और कैंडिडेट्स के बीच टकराव हुआ। तो वहीं JDU ऑफिस के बाहर भी पुलिस से झड़प हुई, जहां अभ्यर्थियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और री-एग्जाम की मांग की। डाकबंगला चौराहे पर पुलिस ने जब प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की, तो फिर से झड़प हो गई, जिसमें कई लोग सड़क पर गिर पड़े।
हाईकोर्ट में सुनवाई और BPSC का पक्ष
16 जनवरी की सुनवाई में पटना हाईकोर्ट ने BPSC को 30 जनवरी तक एफिडेविट देने का निर्देश दिया था। हाईकोर्ट ने फिलहाल परीक्षा पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज समेत कई याचिकाएं दायर की गई थीं, जिन्हें अब एक साथ जोड़ दिया गया है। पूर्णिया सांसद पप्पू यादव और कोचिंग संचालक खान सर की ओर से भी हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है, जिसमें री-एग्जाम की मांग के साथ प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों पर दर्ज FIR वापस लेने की अपील की गई है।
याचिकाकर्ताओं के प्रमुख तर्क
जनसुराज के वकील वाईबी गिरी ने कोर्ट में परीक्षा रद्द करने के समर्थन में निम्नलिखित तर्क दिए। कहा कि 13 दिसंबर 2024 को परीक्षा के दौरान प्रश्नपत्र लीक हो गया था। यह पेपर दोपहर 1:06 बजे सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। आरोप लगाया कि सिर्फ पटना के बापू परीक्षा परिसर ही नहीं, बल्कि 28 अन्य परीक्षा केंद्रों पर भी गड़बड़ियां रिपोर्ट की गईं। परीक्षा से एक दिन पहले कई अभ्यर्थियों के परीक्षा केंद्र बदल दिए गए, जिससे अव्यवस्था फैली। परीक्षा में जैमर पूरी अवधि तक काम नहीं कर रहे थे और SOP का पालन नहीं किया गया। BPSC ने सिर्फ बापू परीक्षा परिसर की परीक्षा रद्द कर 4 जनवरी को दोबारा परीक्षा ली, जो अनुचित है।
सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई से किया था इनकार
इससे पहले आनंद लीगल एंड फोरम ट्रस्ट ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई से इनकार कर दिया। CJI संजीव खन्ना, जस्टिस संजय कुमार और जस्टिस केवी विश्वनाथन की बेंच ने याचिकाकर्ताओं को पटना हाईकोर्ट जाने की सलाह दी थी। अब सभी की नजरें पटना हाईकोर्ट के फैसले पर हैं, जो तय करेगा कि BPSC 70वीं PT परीक्षा रद्द होगी या नहीं।