Bihar Politics -'जमाई आयोग' पर चिराग ने तेजस्वी को दिया करारा जवाब, अंबेडकर के अपमान पर कहा कुछ लोग महापुरुषों का अपमान कर, फिर उन्हीं के नाम पर वोट माँगते हैं

Bihar Politics - तेजस्वी के जमाई आयोग के आरोपों पर पलटवार किया है। साथ ही अंबेडकर के अपमान को लेकर लालू यादव पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग नहीं चाहते कि मैं बिहार में चुनाव लड़ूं

Bihar Politics -'जमाई आयोग' पर चिराग ने तेजस्वी को दिया करार

Patna - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल एक बार फिर बिहार आ रहे हैं। प्रधानमंत्री के बिहार आगमन को लेकर सियासत भी खूब हो रही है दिल्ली से पटना पहुंचे,केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि प्रधानमंत्री का हर दौरा बिहार के विकास के नए अध्याय की शुरुआत करता है। 

हमें गर्व है कि प्रधानमंत्री की प्राथमिकताओं में बिहार सबसे ऊपर है। हर बार जब वह बिहार आते हैं, वह राज्य को हजारों करोड़ की सौगात देकर जाते हैं, जो धरातल पर नजर आती हैं, सिर्फ कागजों में नहीं रहतीं। 

पीएम मोदी ने किया बिहार का सपना साकार

चिराग पासवान ने कहा कि पटना एयरपोर्ट को आधुनिक रूप में विकसित करने की मांग वर्षों पुरानी थी, जो अब पूरी हो चुकी है। यह सपना प्रधानमंत्री मोदी की वजह से साकार हुआ है। यह केवल एक इमारत नहीं, बल्कि विकसित बिहार की नींव है।

तेजस्वी के बयान पर पटलवार बुनियादी मुद्दों से भटकाना चाहते हैं, चिराग पासवान

राजद नेता तेजस्वी यादव द्वारा दिए गए ‘जमाई आयोग’ वाले बयान पर चिराग पासवान ने पलटवार करते हुए कहा मेरी प्राथमिकता अलग है। कुछ लोग नहीं चाहते कि बिहार में विकास पर चुनाव लड़ा जाए। वे लोगों को भड़काकर मुद्दों से भटकाना चाहते हैं। यदि सवाल करना ही है तो प्रधानमंत्री से यह पूछिए कि आपने यह वादा किया था, वह हुआ या नहीं? लेकिन जब कोई जवाब देने की स्थिति में नहीं होता है, तब वह विषयांतर करता है। चिराग ने दोहराया कि उनका एजेंडा "बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट" है और कोई भी राजनीतिक दल इस सोच को डिगा नहीं सकता।

लालू प्रसाद पर पटलवार अंबेडकर की तस्वीर से जुड़े विवाद पर गहरी नाराजगी

बाबा साहेब अंबेडकर की तस्वीर को कथित रूप से चरणों में रखने के मामले पर चिराग ने तीखी प्रतिक्रिया दी कहा यह दृश्य केवल अनुसूचित समाज को नहीं, बल्कि पूरे देश को ठेस पहुंचाने वाला है। देश आज भी संविधान से चलता है और बाबा साहब की सोच ही उसकी नींव है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग महापुरुषों का अपमान कर, फिर उन्हीं के नाम पर वोट माँगते हैं, यह उनकी राजनीतिक अवसरवादिता को दिखाता है।