Bihar News: सीएम नीतीश के ऐलान से झूम उठे सारे हिंदू! माँ जानकी मन्दिर का डिजाइन हुआ फाइनल, अयोध्या की तर्ज पर बिहार में हो रहा ऐसा भव्य निर्माण

Bihar News: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सुबह सुबह बड़ा ऐलान किया है। सीएम नीतीश ने अपने सोशल मीडिया पर ट्विट कर माँ जानकी मंदिर का डिजाइन सर्वाजनिक किया है। अयोध्या की तर्ज पर मंदिर का भव्य निर्माण होगा।

CM Nitish
CM Nitish big announcement- फोटो : social media

Bihar News: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सुबह सुबह बिहार के लोगों को बड़ी सौगात दे दी है। सीएम नीतीश के ऐलान से बिहार के लोगों में खुशी का माहौल है। दरअसल, सीएम नीतीश ने सुबह सुबह बताया कि माँ जानकीर मंदिर का डिजाइन फाइनल हो रहा है और अयोध्या राम मंदिर की तर्ज पर ही माँ जानकी मंदिर का निर्माण होगा। सीएम नीतीश ने इसके साथ ही अपने सोशल मीडिया पर फाइनल डिजाइन की तस्वीरें भी साझा की है। सीएम नीतीश के इस ऐलान से खुशी का माहौल  

नीतीश का ऐलान

सीएम नीतीश ने कर कहा कि, "मुझे बताते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है कि जगत जननी मां जानकी की जन्मस्थली पुनौराधाम, सीतामढ़ी को समग्र रूप से विकसित किए जाने हेतु भव्य मंदिर सहित अन्य संरचनाओं का डिजाइन अब तैयार हो गया है, जिसे आपके साथ साझा किया जा रहा है। इसके लिए एक ट्रस्ट का भी गठन कर दिया गया है ताकि निर्माण कार्य में तेजी आ सके। हमलोग पुनौराधाम, सीतामढ़ी में भव्य मंदिर निर्माण शीघ्र पूरा कराने हेतु कृतसंकल्पित हैं। पुनौराधाम में मां जानकी के भव्य मंदिर का निर्माण हम सभी बिहारवासियों के लिए गौरव और सौभाग्य की बात है"।

माता सीता की जन्मस्थली

बता दें कि, मिथिला की पुण्य भूमि सीतामढ़ी में स्थित पुनौराधाम को माता सीता की जन्मस्थली माना जाता है। बिहार के सीतामढ़ी जिले के पुनौरा गांव में स्थित जानकी जन्मभूमि मंदिर को श्रद्धालु पुनौराधाम के नाम से भी जानते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यहीं त्रेता युग में राजा जनक के खेत जोतने के दौरान माता सीता धरती से प्रकट हुई थीं।

मिथिला की पावन कथा से जुड़ा इतिहास

पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, वैशाख शुक्ल नवमी को जब मिथिला के राजा जनक बारिश की कामना में हल चला रहे थे तभी उनका हल एक मिट्टी के बर्तन या कलश से टकराया। उसे बाहर निकालने पर एक कन्या शिशु प्राप्त हुई। जिसे उन्होंने सीता नाम दिया। इसी कारण यह स्थान हिंदू धर्म में विशेष पवित्रता और आस्था का केंद्र है। कालांतर में इसी पावन स्थल के नाम पर नगर का नाम सीतामड़ई, फिर सीतामही और अंततः सीतामढ़ी पड़ा।

प्रमुख धार्मिक स्थल

सीतामढ़ी के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है हलेश्वर स्थान जो भगवान शिव को समर्पित मंदिर है। मान्यता है कि इस मंदिर का निर्माण स्वयं राजा जनक ने करवाया था। यह स्थान श्रद्धालुओं और पर्यटकों दोनों के लिए आस्था और ऐतिहासिकता का संगम है।

प्रदेश के कई शहरों से है जुड़ाव

पुनौराधाम बिहार के कई प्रमुख शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। पटना हवाई अड्डे से लगभग 150 किमी की दूरी पर स्थित है। मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन से इसकी दूरी लगभग 60-70 किमी है। यह स्थान दरभंगा, मधुबनी और सीतामढ़ी जैसे प्रमुख मिथिलांचल क्षेत्रों के करीब है। देश के प्रमुख शहरों से रेलमार्ग द्वारा सीतामढ़ी तक सीधी पहुंच उपलब्ध है।

120 करोड़ रुपए भूमि अधिग्रहण स्वीकृत

जानकी जन्मभूमि मंदिर को वैश्विक धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से बिहार सरकार ने 120 करोड़ रुपये भूमि अधिग्रहण और 72 करोड़ रुपये मंदिर क्षेत्र के विकास के लिए स्वीकृत किए हैं। राज्य सरकार की यह महत्त्वाकांक्षी योजना मंदिर के आसपास पर्यटकों के लिए आधुनिक सुविधाएं और बुनियादी ढांचा विकसित करने पर केंद्रित है।

ट्रस्ट गठन और निर्माण कार्य में तेजी

मंदिर निर्माण और इसके आसपास के क्षेत्र के समग्र विकास के लिए एक विशेष ट्रस्ट का गठन किया गया है। जो निर्माण कार्यों को गति देगा। इस योजना के तहत श्रद्धालुओं और पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में काम किया जा रहा है।

50.5 एकड़ जमीन का होगा अधिग्रहण

मंदिर क्षेत्र के विस्तारीकरण और सुविधाओं के विस्तार के लिए 50.5 एकड़ भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। संबंधित विभागीय टीम ने जमीन का भौतिक निरीक्षण पूरा कर लिया है और जिलाधिकारी कार्यालय ने विस्तृत रिपोर्ट पर्यटन निदेशालय को भेज दी है।

सरकार का उद्देश्य

इस परियोजना का मकसद जानकी जन्मभूमि को धार्मिक पर्यटन का प्रमुख केंद्र बनाना है। प्रस्तावित अधिग्रहण और विकास कार्यों के तहत न केवल धार्मिक संरचनाएं बल्कि यात्री विश्रामगृह, पार्किंग, पेयजल, प्रकाश व्यवस्था और अन्य आधुनिक सुविधाओं को भी विकसित किया जाएगा।