जीतन राम मांझी ने तेजस्वी को सख्त शब्दों में समझाया लायक-नालायक का फर्क, जानिए क्यों मिली दामाद को आयोग में जगह
बिहार में आयोगों में एनडीए नेताओं के दामादों पर नीतीश सरकार की मेहरबानी से मचे सियासी बवाल के बीच केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने तेजस्वी यादव को लायक-नालायक का फर्क समझाया है.

Jitan Ram Manjhi: बिहार सरकार द्वारा आयोगों और बोर्ड में एनडीए से जुड़े कई शीर्ष नेताओं के दामादों को जगह देने पर नीतीश सरकार विपक्ष के निशाने पर है. जीतन राम मांझी, रामविलास पासवान और अशोक चौधरी के दामादों को आयोग में जगह पर मिलने पर राजद ने एनडीए का नामकरण ही 'नेशनल दामाद आयोग' कर दिया है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव लगातार नीतीश कुमार और एनडीए के घटक दलों के अन्य नेताओं को आड़े हाथों लिए हुए हैं. इन सबके बीच अब केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने रविवार को विपक्ष पर पलटवार किया है.
उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा, बेटे और दामाद दो तरह के होतें है… 'एक लायक,दूसरा नालायक। लायक़ बेटा अपने दम पर UNICEF में नौकरी करते हुए पढ़ाई करता है,UGC(NET) पास करके पीएचडी करता है फिर BPSC द्वारा आयोजित परीक्षा पास करके विश्वविद्यालय में शिक्षक बन जाता है। नालायक बेटा 10वीं पास भी नहीं कर पाता,पिता की कृपा से क्रिकेट खेलता है और जब वहाँ भी फेल कर जाता है तो वही पिता उस नालायक बेटे को राजनीति में उतार देतें हैं और ज़बरदस्ती उसे दल की कमान सौंप देतें हैं। वैसे ही लायक़ दामाद अपने समाज का पहला इंजीनियर होता है और कई चुनाव लड़ने,समाजिक कार्य करने के बाद योग्यता के आधार पर उन्हें कोई ओहदा दिया जाता है। वहीं दूसरी ओर नालायक दामाद इंजिनियरिंग करने के बावजूद घर जमाई बनता है और रोज़ाना साँस-ससुर-साले की गाली सुनने के बावजूद सांसद पत्नी का पर्स ढोए फिरता है।'
दरअसल मांझी ने नायक बेटा के तौर पर अपने पुत्र संतोष सुमन को पेश किया है जो यूनिसेफ में नौकरी कर चुके हैं. वहीं तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए उन्हें 10 वीं फेल बताया है. दामाद के रूप में भी उन्होंने अपने दामाद को इंजीनियर बताया है जिनके कई प्रकार के सामाजिक काम करने का दावा किया है. वहीं दूसरी ओर लालू यादव के दामाद और मीसा भारती के पति की ओर इशारा करते हुए उन्हें घरजमाई बताकर हमला किया है.
राजद का वीडियो बनाकर हमला
गौरतलब है कि चुनाव से पहले नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली राज्य की एनडीए सरकार आयोगों का गठन कर रही है. इन आयोगों में पूर्व केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान, केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी और बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी के दामाद को जगह दी गई है. दामाद आयोग को लेकर राष्ट्रीय जनता दल ने एक एआई वीडियो शेयर किया है, उसमें एक कवि सम्मेलन का आयोजन हो रहा है. इस कवि सम्मलेन में कवि कह रहा है कि विकास के दावों को भूलकर पार्टिया अपने रिश्तेदारों को तरजीह देने देने पर लगी है.
जदयू के संजय झा पर बरसे
तेजस्वी यादव ने जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा को लेकर भी बड़ा खुलासा किया था. उन्होंने कहा था कि संजय झा की दोनों पुत्रियों को बिहार सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड बनाया है, जो कि एक अत्यंत अनुभवी अधिवक्ताओं का पद होता है. तेजस्वी ने आरोप लगाया है कि संजय झा ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर दोनों बेटियों को महत्वपूर्ण पद दिलवाए.