Bihar Politics : दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने रविवार को कहा कि आम आदमी पार्टी (AAP) की हार को उसकी नीतियों का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि जनता में AAP के खिलाफ पहले से ही नाराजगी थी, खासकर शराब नीति घोटाले को लेकर, जिसमें मनीष सिसोदिया समेत कई नेता जेल गए।
उन्होंने दिल्ली की बदहाल स्थिति को लेकर भी केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा। "प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता गया, यमुना नदी की गंदगी को दूर करने में सरकार नाकाम रही, और जनता यह सब देख रही थी।" उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार पंजाब की उपलब्धियों की दुहाई देती रही, लेकिन अपने ही राज्य में बदलाव लाने में विफल रही, जिसे जनता ने नकार दिया।
"क्या कांग्रेस चुनाव लड़ना छोड़ दे?"
जब कांग्रेस पर AAP को हराने का आरोप लगाया गया, तो प्रदेश अध्यक्ष ने जवाब दिया, "क्या कांग्रेस चुनाव लड़ना छोड़ दे ताकि कोई और सरकार बना सके? ऐसा तो नहीं हो सकता!" उन्होंने याद दिलाया कि लोकसभा चुनाव में AAP और कांग्रेस का दिल्ली में गठबंधन हुआ था, लेकिन पंजाब में दोनों पार्टियां अलग-अलग लड़ी थीं। वहां कांग्रेस को जनता ने ज्यादा स्वीकार किया, जिससे यह साबित होता है कि कांग्रेस के बिना विपक्ष की राजनीति अधूरी है।
बिहार चुनाव को लेकर कांग्रेस का बड़ा दावा
बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने दावा किया कि महागठबंधन मजबूती से चुनाव लड़ेगा और NDA को करारी शिकस्त देगा। उन्होंने कहा कि बिहार और दिल्ली की राजनीति में बड़ा फर्क है। "बिहार में पहले से महागठबंधन मौजूद है, जिसमें कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और वामपंथी दल साथ हैं।"
उन्होंने पिछली बार के विधानसभा चुनावों को याद दिलाते हुए कहा कि महागठबंधन और NDA के बीच कांटे की टक्कर थी, लेकिन अंतिम समय में 5-7 सीटों का "मैनेजमेंट" कर नतीजे बदले गए।
अभिजीत भारद्वाज की रिपोर्ट