लखीसराय सीट पर कांग्रेस में घमासान: जिला अध्यक्ष पर पक्षपात के आरोप, वरिष्ठ नेता ने उठाए सवाल

लखीसराय में कांग्रेस टिकट दावेदारों में विवाद बढ़ता जा रहा है. यहां तक कि जिला अध्यक्ष को लेकर अब आईएएस से नेता बने गोरखनाथ ने मोर्चा खोल दिया है.

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Lakhisarai - फोटो : news4nation

Bihar News : बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी में कांग्रेस पार्टी ने सभी जिलों की कमेटियों से संभावित प्रत्याशियों के नाम मांगे हैं। पार्टी ने निर्देश दिया है कि प्रत्येक सीट पर तीन-तीन नामों का पैनल बनाकर राज्य स्क्रीनिंग कमेटी को भेजा जाए। इस बीच लखीसराय विधानसभा सीट को लेकर अंदरूनी विवाद और असमंजस की स्थिति बन गई है।


कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व आईएएस अधिकारी गोरखनाथ ने बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष को पत्र लिखकर आपत्ति दर्ज कराई है। पत्र में कहा गया है कि लखीसराय जिला कांग्रेस अध्यक्ष अमरेश कुमार अनीश स्वयं विधानसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। जबकि कांग्रेस के संवैधानिक नियमों के अनुसार जिला अध्यक्षों को प्रत्याशी नहीं बनाए जाने की घोषणा स्वयं राहुल गांधी कर चुके हैं।


गोरखनाथ ने आशंका जताई है कि यदि जिला अध्यक्ष ही पैनल तैयार करेंगे तो वे निष्पक्ष तरीके से अन्य योग्य उम्मीदवारों के नाम सूची में शामिल नहीं करेंगे। इससे संभावित उम्मीदवारों के चयन पर सवाल उठ सकते हैं। उन्होंने मांग की है कि लखीसराय विधानसभा से उम्मीदवारों का पैनल कांग्रेस के SC-ST अध्यक्ष या किसी अन्य निष्पक्ष एवं सक्षम व्यक्ति से मंगाया जाए ताकि प्रक्रिया पारदर्शी हो सके।


सूत्रों के हवाले से यह भी चर्चा है कि लखीसराय विधानसभा सीट से स्क्रीनिंग कमेटी के पास सिर्फ एक ही नाम भेजा गया है। इसका अर्थ यह लगाया जा रहा है कि कांग्रेस से इस सीट पर चुनाव लड़ने के लिए अन्य कोई प्रत्याशी तैयार नहीं है और केवल एक ही व्यक्ति ने अपनी दावेदारी ठोकी है। यह स्थिति कांग्रेस संगठन में लोकतांत्रिक प्रक्रिया और पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर रही है।

पार्टी में जिला अध्यक्ष से असंतोष ! 

जिला अध्यक्षों की इस तरह की भूमिका से न केवल पार्टी के भीतर असंतोष बढ़ रहा है, बल्कि इससे टिकट वितरण की प्रक्रिया पर भी सवाल उठने लगे हैं। अगर कांग्रेस नेतृत्व ने समय रहते हस्तक्षेप नहीं किया, तो यह विवाद अन्य जिलों में भी पार्टी के लिए संकट का कारण बन सकता है। कांग्रेस नेताओं का यह भी मानना है कि जिला अध्यक्ष पद का दुरुपयोग कर योग्य और समर्पित कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर रहे हैं।

सीटों का समीकरण और पेचीदा

गौरतलब है कि महागठबंधन में सीटों का बंटवारा अभी तक तय नहीं हुआ है, लेकिन कांग्रेस ने 243 विधानसभा सीटों पर अपने स्तर से प्रत्याशियों की तैयारी शुरू कर दी है। पिछली बार कांग्रेस को 70 सीटें मिली थीं। इस बार नए दलों के शामिल होने से महागठबंधन में सीटों का समीकरण और पेचीदा हो गया है।

कमलेश की रिपोर्ट