Anant Singh V/S Sonu Monu : बिहार के पुलिस महानिदेशक (DGP) विनय कुमार ने मोकामा में गैंगस्टर सोनू-मोनू और पूर्व विधायक अनंत सिंह के बीच हुई गोलीबारी के मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए कानून-व्यवस्था मजबूत करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई है। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि राज्य में कानून का राज स्थापित करना पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता है, और इसके लिए कठोर कदम उठाए जा रहे हैं।
पुलिस की रणनीति- कानून का पालन सर्वोपरि
DGP ने बताया कि कानून के उल्लंघन को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा, "हमारी कोशिश है कि कानून का पालन सुनिश्चित हो और जो इसका उल्लंघन करेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।" पुलिस अधिकारियों द्वारा लापरवाही या अपराध करने पर भी कड़ी कार्रवाई के उदाहरण पेश किए गए हैं, जैसे मक्केर थाना अध्यक्ष और बग्घा में डीएसपी के खिलाफ की गई सख्त कार्रवाई।
एनकाउंटर बढ़ने का कारण- पुलिस की सक्रियता
एनकाउंटर की बढ़ती घटनाओं पर सवाल पूछे जाने पर DGP ने इसे पुलिस की सक्रियता का परिणाम बताया। उन्होंने कहा, "यह कोई पूर्व निर्धारित नीति नहीं है, लेकिन जब पुलिस और अपराधी एक ही क्षेत्र में सक्रिय होते हैं, तो ऐसे घटनाक्रम होना स्वाभाविक है।"
सभी के लिए कानून समान
घटनाओं में शामिल आरोपियों द्वारा सरेंडर करने पर DGP ने कहा कि कानून सबके लिए समान है। उन्होंने कहा, "चाहे वह पुलिस का अधिकारी हो, सरकारी कर्मचारी हो या आम नागरिक, कानून के समक्ष सभी बराबर हैं। प्रभावी और त्वरित जांच के जरिए दोषियों को सजा दिलाने का हमारा प्रयास जारी है।"
ट्रिपल ‘सी’ पर सरकार की सख्ती
DGP ने अपराध, सांप्रदायिकता और भ्रष्टाचार (ट्रिपल ‘सी’) पर सरकार की सख्त नीति का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि अपराधियों की अवैध संपत्तियों को जब्त करने के लिए विशेष एसओपी तैयार की गई है। सभी थानों को निर्देशित किया गया है कि वे अपराध से अर्जित संपत्तियों की पहचान करें और उन्हें जब्त करें।
भ्रष्टाचार के खिलाफ कठोर कार्रवाई
भ्रष्टाचार के मामलों में भी कार्रवाई की जा रही है। DGP ने कहा कि बड़े अधिकारियों पर सख्त कदम उठाए गए हैं और इस प्रक्रिया को आगे भी जारी रखा जाएगा। अपराधियों की संपत्तियों को अटैच करना और उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित करना प्राथमिकता में शामिल है।
पुलिस की प्रभावी कार्यप्रणाली
उन्होंने कहा कि लंबित मामलों को समयबद्ध तरीके से सुलझाने पर ध्यान दिया जा रहा है। वरिष्ठ अधिकारी, जैसे DIG, SP, और DSP अपने दायित्वों का पालन कर रहे हैं। पुलिस प्रतिष्ठानों का निरीक्षण कर खामियों को दूर किया जा रहा है। DGP के इस बयान से स्पष्ट है कि बिहार पुलिस कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए न केवल तत्पर है, बल्कि अपराध और भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है।