Dog babu: ‘डॉग बाबू’ निवास प्रमाण-पत्र कांड, कार्यपालक सहायक ने खुद अपलोड किया कुत्ते का फोटो, डीएम के कड़े एक्शन में आरोपी सलाखों के पीछे, लापरवाह अधिकारियों में मचा हड़कंप
Dog babu: ‘डॉग बाबू’ के नाम से निवास प्रमाण-पत्र जारी होने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ। जांच में सामने आया कि यह काम किसी बाहरी शख्स का नहीं बल्कि खुद अंचल कार्यालय के कार्यपालक सहायक का था।

Dog babu:पटना जिले के मसौढ़ी अंचल कार्यालय में एक ऐसा कारनामा सामने आया जिसने पूरे सिस्टम की साख पर सवाल खड़े कर दिए। ‘डॉग बाबू’ के नाम से निवास प्रमाण-पत्र जारी होने के मामले में सोमवार को बड़ा खुलासा हुआ। जांच में सामने आया कि यह काम किसी बाहरी शख्स का नहीं बल्कि खुद अंचल कार्यालय के कार्यपालक सहायक का था।
29 जुलाई को पटना डीएम डॉ. त्यागराजन नगर पुलिस अधीक्षक (पूर्वी) के साथ मसौढ़ी पहुंचे और मौके पर पूरी जांच की। अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, एनआईसी की टीम और आरटीपीएस नोडल पदाधिकारी भी मौजूद थे। आरटीपीएस काउंटर पर उपयोग हो रहे कंप्यूटर सिस्टम की तकनीकी जांच कराई गई।
जांच में यह साफ हो गया कि घोषी, जहानाबाद निवासी मिंटू कुमार निराला, जो मसौढ़ी अंचल में कार्यपालक सहायक के पद पर तैनात था, ने ही 15 जुलाई 2025 को सुबह 9:41 बजे खुद कुत्ते का फोटो लगाकर यह आवेदन अपलोड किया था। प्रमाण-पत्र जारी होने के बाद सबसे पहले दस्तावेज को एक्सेस भी इसी ने किया।
डीएम डॉ. त्यागराजन ने बताया कि मिंटू कुमार निराला को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। साथ ही बर्खास्तगी की कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि इस हरकत के पीछे उसकी मंशा क्या थी और क्या इसमें कोई और भी शामिल था।आरटीपीएस की पूरी प्रक्रिया को धता बताकर ‘डॉग बाबू’ के नाम पर प्रमाण-पत्र जारी कर उसने सरकारी मशीनरी की नाक कटा दी। अब पुलिस उससे यह उगलवाने में लगी है कि यह ‘मजाक’ था या किसी बड़ी साजिश का हिस्सा।
जिले के प्रशासनिक गलियारों में यह मामला तगड़ी हलचल मचा चुका है। सवाल यह भी उठ रहा है कि यदि यह आंतरिक शख्स का काम न निकलता, तो क्या यह सिस्टम कभी पकड़ पाता?