अटलांटा में आयोजित IDWeek 2025 से लौटे डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने STI रोकथाम पर साझा किए नए वैज्ञानिक प्रमाण
Bihar News: उन्होंने कहा कि इस दवा का उपयोग केवल चिकित्सकीय निगरानी, नियमित STI जांच और प्रतिजैविक प्रतिरोध (Antimicrobial Resistance) की सावधानीपूर्वक मॉनिटरिंग के साथ ही किया जाना चाहिए।
Bihar News: वरिष्ठ फिजिशियन एवं ‘पहल’ के चिकित्सा निदेशक डॉ. दिवाकर तेजस्वी ने अमेरिका के अटलांटा में आयोजित प्रतिष्ठित संक्रामक रोग सम्मेलन IDWeek 2025 में भाग लेने के बाद यौन संचारित संक्रमणों (STI) की रोकथाम को लेकर नए वैज्ञानिक प्रमाण साझा किए हैं।
डॉ. तेजस्वी ने बताया कि हाल के अंतरराष्ट्रीय अध्ययनों में जेनेरिक डॉक्सीसाइक्लिन के उपयोग को लेकर उत्साहजनक नतीजे सामने आए हैं। शोध के अनुसार, डॉक्सीसाइक्लिन को पोस्ट-एक्सपोज़र प्रॉफिलैक्सिस (PEP) के रूप में यौन संपर्क के 72 घंटे के भीतर, या कुछ मामलों में प्री-एक्सपोज़र प्रॉफिलैक्सिस (PrEP) के रूप में उच्च जोखिम की स्थितियों में प्रतिदिन लेने से सिफिलिस और क्लैमाइडिया के साथ-साथ गोनोरिया संक्रमण की दर में भी आंशिक कमी देखी गई है।
उन्होंने कहा कि इस दवा का उपयोग केवल चिकित्सकीय निगरानी, नियमित STI जांच और प्रतिजैविक प्रतिरोध (Antimicrobial Resistance) की सावधानीपूर्वक मॉनिटरिंग के साथ ही किया जाना चाहिए। डॉ. तेजस्वी ने यह भी जोड़ा कि इस दिशा में चल रहे नए शोध यौन स्वास्थ्य और सार्वजनिक स्वास्थ्य नीति के लिए एक नए आयाम की शुरुआत कर सकते हैं।