बिहार के स्कूलों में बदलने वाला है पढ़ाई का तरीका? शिक्षा मंत्री ने 'एक्सीलेंस' को लेकर ये क्या कह दिया! TRE 4 पर भी बोले

बिहार के स्कूलों में बदलने वाला है पढ़ाई का तरीका? शिक्षा मंत

Patna - बिहार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने शिक्षक बहाली के चौथे चरण (TRE-4) को लेकर बड़ा बयान दिया है। मीडिया द्वारा यह पूछे जाने पर कि स्कूलों में अभी भी शिक्षकों की कमी है और टीआरई-4 कब तक आएगा, मंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यह "शीघ्र होगा।" उन्होंने आश्वासन दिया कि आने वाले दिनों में शिक्षकों की कमी बहुत कम रह जाएगी और विभाग इस दिशा में तेजी से काम कर रहा है।

शिक्षा की गुणवत्ता पर जोर देते हुए सुनील कुमार ने कहा कि विभाग का लक्ष्य सिर्फ बहाली करना नहीं, बल्कि 'एक्सीलेंस ऑफ एजुकेशन' को प्राप्त करना है। उन्होंने विशेष रूप से उच्च शिक्षा (Higher Education) में कौशल विकास (Skill Development) पर जोर दिया ताकि छात्रों का प्लेसमेंट अच्छा हो सके और उनका भविष्य उज्ज्वल बन सके। उनका मानना है कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से ही छात्रों को बेहतर रोजगार के अवसर मिलेंगे।

परीक्षाओं में पारदर्शिता और कदाचार मुक्त संचालन को लेकर मंत्री ने जिला प्रशासन की भूमिका को अहम बताया। उन्होंने कहा कि जब तक जिलाधिकारी (DM) और जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) की टीम सहयोग नहीं करेगी, तब तक निष्पक्ष परीक्षा कराना मुश्किल है। इस दौरान उन्होंने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर और उनकी टीम की भी सराहना की, जिन्होंने देश में सबसे पहले रिजल्ट देकर और प्रधानमंत्री अवार्ड प्राप्त कर एक इतिहास रचा है।

तकनीक और एआई (AI) के बढ़ते प्रभाव पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में शिक्षा मंत्री ने 'संतुलित दृष्टिकोण' (Balanced Approach) अपनाने की सलाह दी। उन्होंने इस बात से इनकार किया कि चैटजीपीटी या एआई बच्चों के दिमाग को नष्ट कर रहा है। उनका कहना था कि भविष्य में ऐसे कोर्स डिजाइन करने होंगे जिनमें आर्टिफिशिययल इंटेलिजेंस का समावेश हो, लेकिन इसके साथ किताबों और पारंपरिक पढ़ाई का भी संतुलन बना रहना जरूरी है।